ऐसे पकड़ में आया ऑनलाइन खेलने वाला नौकर
मालिक ने गत 5 अप्रेल को दुकान में काम करने वाले सुरेन्द्रसिंह को फैक्ट्री बुलाया था, जहां से उसे एक लाख रुपए और निजी बैंक का चार लाख रुपए का चेक दिया था। बैंक से चार लाख रुपए निकालने के बाद एक लाख रुपए के साथ दुकान पर मालिक के पुत्र सौरभ को देने थे, लेकिन बैंक से चार लाख रुपए निकालने के बाद सुरेन्द्र चंपत हो गया था। दुकान न पहुंचने पर मालिक ने उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई थी। तलाश के बाद पुलिस ने गत आठ अप्रेल को मूलत: सूरसागर थानान्तर्गत राजबाग में सुखराम नगर हाल सिंधियों की गली निवासी सुरेन्द्रसिंह को गिरफ्तार किया था।
मालिक ने गत 5 अप्रेल को दुकान में काम करने वाले सुरेन्द्रसिंह को फैक्ट्री बुलाया था, जहां से उसे एक लाख रुपए और निजी बैंक का चार लाख रुपए का चेक दिया था। बैंक से चार लाख रुपए निकालने के बाद एक लाख रुपए के साथ दुकान पर मालिक के पुत्र सौरभ को देने थे, लेकिन बैंक से चार लाख रुपए निकालने के बाद सुरेन्द्र चंपत हो गया था। दुकान न पहुंचने पर मालिक ने उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई थी। तलाश के बाद पुलिस ने गत आठ अप्रेल को मूलत: सूरसागर थानान्तर्गत राजबाग में सुखराम नगर हाल सिंधियों की गली निवासी सुरेन्द्रसिंह को गिरफ्तार किया था।
................ ऑनलाइन ट्रांसफर किए पांच लाख रुपए
आरोपी ने ऐप के मार्फत ऑनलाइन जुआ खेलकर पांच लाख रुपए गंवाए थे। फिर घबराकर गायब हो गया था। पुलिस ने जुआ खिलाने वाले बतौर मध्यस्थ एक व्यक्ति से पूछताछ भी की। उसने आरोपी के मोबाइल में वह ऐप दिखाया, जिसके मार्फत जुआ खेलता था। उसमें पांच लाख रुपए ऑनलाइन जुआ खिलाने वालों के खाते में ट्रांसफर होने की जानकारी सामने आई।
आरोपी ने ऐप के मार्फत ऑनलाइन जुआ खेलकर पांच लाख रुपए गंवाए थे। फिर घबराकर गायब हो गया था। पुलिस ने जुआ खिलाने वाले बतौर मध्यस्थ एक व्यक्ति से पूछताछ भी की। उसने आरोपी के मोबाइल में वह ऐप दिखाया, जिसके मार्फत जुआ खेलता था। उसमें पांच लाख रुपए ऑनलाइन जुआ खिलाने वालों के खाते में ट्रांसफर होने की जानकारी सामने आई।