मां ने कहा, चैन से रोटी तक नहीं खाई तीनों बच्चों की मां चंद्रादेवी ने कहा कि वह और उसके पति कई सालों से बच्चों को पैरों पर खड़ा करने के लिए दिन-रात भाग दौड़ कर रहे हैं। कभी चैन से दो जून की रोटी नहीं खाई। एक बार बच्चों की देखरेख के लिए चंद्रा जब बाप तहसील गई तो वहां कोचिंग संस्थानों के होर्डिंग पर कई सफल बच्चों के फोटो देखे। लोगों ने कहा कि एक दिन उसके बच्चों के फोटो भी यहां लगेंगे और आज वह दिन आ गया।