नोटिस देखकर भडक गए व्यापारी
नगर निगम उत्तर की ओर से शनिवार को नई सड़क स्थित दुकानों के मालिकों को यूडी टैक्स के नोटिस थमाए गए। नोटिस देखकर व्यापारी भडक गए। व्यापारियों के हाथ में नोटिस आते ही उनके होश उड़ गए। छोटी से छोटी दुकान को 3 लाख का नोटिस थमाया तो कई बड़ी दुकानों को 6 लाख से अधिक का नोटिस वर्ष 2007 से गणना करके थमा दिया। व्यापारियों ने बताया कि उन्होंने तो पूर्व में ही सेल्फ एससमेंट करके यूडी टैक्स जमा करवा दिया। साथ ही छह माह पूर्व दिए गए यूडी टैक्स जमा करवाने के नोटिस में जो राशि अंकित थी उस राशि को भी बढ़ाकर दिया गया है। इससे व्यापारी भडक गए।गलत गणना का आरोप
यूडी टैक्स वसूलने का कार्य प्राइवेट कम्पनी याशी कर रही है। नई सडक़ व्यापारी संघ के अध्यक्ष नवीन सोनी ने बताया कि कम्पनी की धांधलेबाजी के कई मामले उजागर हो रहे है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कंपनी सभी नियम कानूनों को ताक पर रखकर जनता को बेवकूफ बनाकर यूडी टैक्स वसूली की उगाही कर रही है। उन्होंने कम्पनी पर गलत गणना का आरोप लगाया।ऐसे की जा रही गड़बड़ी
सोनी ने कंपनी की धांधलेबाजी के कुछ उदाहरण देते हुए बताया कि 18 दिसम्बर, 2023 को कम्पनी ने व्यापारी को यूडी टैक्स के नाम पर 24 हजार 835 रुपए का डिमांड बनाकर दिया गया। अब फिर से उसी व्यापारी को छह माह बाद 6 लाख 38 हजार 997 की डिमांड बनाकर दे दी है। इधर, एक मामला ऐसा भी सामने आया, जिसमें व्यापारी ने यूडी टैक्स जमा करवाने के बाद उक्त व्यक्ति को समझ में आया कि टैक्स की गणना गलत कर पैसा ज्यादा वसूला गया है तो उसने कम्पनी के प्रोजेक्ट मैनेजर से मिलकर जमा हुई अतिरिक्त राशि को आगे समायोजित करने की मांग की, लेकिन कम्पनी ने अतिरिक्त जमा राशि को पेनल्टी बनाते हुए यूडी टैक्स के नाम पर धांधलेबाजी हो रही है।फैक्ट फाइल
200 दुकानें नई सडक़ पर150 दुकानदारों को नोटिस
05 करोड़ के यूडी टैक्स के नोटिस नई सडक़ पर हुए जारी
आंदोलन की चेतावनी
जिन दुकानों का क्षेत्रफल यूडी टैक्स के दायरे में नहीं आता, उन्हें भी नोटिस जारी किए है। साथ ही कई लोगों को छह माह में ही लाखों रुपए की बढ़ोतरी करके नोटिस भिजवा दिए है। निगम अधिकारियों ने इस समस्या का समाधान नहीं किया तो व्यापारी आंदोलन करेंगे।नवीन सोनी, नई सडक़ व्यापारी संघ
आंकड़ों में मिसमेच
यूडी टैक्स के लिए जारी हुए नोटिस में टैक्स के आंकड़ों को लेकर शिकायतें मिली हैं। कई आंकड़ों में मिसमेच है। यूडी टैक्स के आंकड़ों में जिसे कोई आपत्ति हो वो प्राथना पत्र दें, ताकि वापस नोटिस जारी किया जा सके।अतुल प्रकाश, आयुक्त, नगर निगम उत्तर