ऐसी ही मिसाल बने हैं
जोधपुर के देचू तहसील के एक छोटै से गांव से आने वाले रावल सिंह… जिसने सपना देखने की हिम्मत तो दिखाई ही, उसे पूरा करने की जद्दोजहद भी की और कामयाब हो कर अपने जैसे युवाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत भी बन गए। आइए मिलवाते हैं जोधपुर के छोअे से गांव के उस छोरे से जिसने भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में पैर जमा कर ये दिखा दिया कि सपने वाकइ्र सच होते हैं। बस जरूरत है उस सपने को सच कर दिखाने की ललक की….
जोधपुर के देचू तहसील के संगरा गांव के एक युवक ने भोजपुरी फिल्मों में कार्य कर अपना व अपने गांव का नाम रोशन किया है। देचू पंचायत समिति की ग्राम पंचायत संगरा निवासी रावलसिंह पुत्र मदनसिंह जिसका जन्म 11 मई सन 1999 को हुआ था। जन्म के दो साल बाद उसके माता-पिता का निधन हो गया। ननिहाल में दसवीं करने के बाद अपने बड़े पिता के साथ इंदौर मध्यप्रदेश में 12 वीं की पढ़ाई की। उसके बाद एक होटल में कार्य किया। शॉपिंग मॉल में बॉडीगार्ड का कार्य किया। जहां पर बड़े बड़े फिल्मी कलाकारों से मुलाकात हुई। भोजपुरी के फिल्म निदेशक फहीम अंसारी ने साउथ व भोजपुरी फिल्मों के अंदर विलन का किरदार का कार्य दिया। लव मनी गैंगस्टर, हमारा मिशन हमारा बनारस, में कार्य किया। यह भोजपुरी फिल्में 2018 में रिलीज होंगी। छोटे से गांव से एक युवक मुसीबतों का मुकाबला करके आगे पहुंचा।