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Gun Shot : पार्किंग में गोलियों से बचा तो गेट पर हिस्ट्रीशीटर को गोलियां मारी थी

- गैंगवार : घायल हिस्ट्रीशीटर के सिर के पीछे फंसी गोली निकाली, हालत स्थिर- कॉलोनीवासी दूसरे दिन भी दहशत में, हमलावरों का सुराग नहीं, चार संदिग्धों से पूछताछ

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जोधपुर।
गैंगवार और फायरिंग (Gangwar & Firing) का बदला लेने के लिए चौपासनी बाइपास स्थित वीतराग सिटी (Gun Shot on Rakesh Manju in VEETRAG CITY) के मुख्य गेट के पास हिस्ट्रीशीटर राकेश मांजू (Rakesh Manju injured in Gun shot in VEETRAG CITY in Jodhpur) पर गोलियां चलाने वाले शूटरों को पुलिस गुरुवार को दूसरे दिन भी नहीं पकड़ सकी। शूटर के लिए ही आए थे। उन्होंने कॉलोनी की अण्डरग्राउण्ड पार्किंग में ही राकेश को घेर लिया था। वह बुधवार दोपहर साढ़े तीन बजे फ्लैट से निकलकर पार्किंग में अपनी कार की तरफ जाने लगा तो नकाबपोश हमलावरों ने गोलियां चलानी शुरू कर दी थी। पार्किंग परिसर में दस-बारह राउण्ड गोलियां चलाईं गईं थी, लेकिन राकेश बच गया था। पुलिस ने पार्किंग से खाली कारतूस जब्त किए हैं।
छह सैकण्ड में चलाईं पांच गोलियां
राकेश पैदल ही पार्किंग से निकल बाहर की तरफ भागा था। हमलावर भी कार से पीछा करने लगे थे। कॉलोनी के मुख्य गेट पर गार्ड युवराज ने टांग अड़ाकर राकेश को गिराया था और ऊपर गिरकर पकड़ लिया था। 14 सैकण्ड में हमलावर कार से वहां पहुंच गए थे। चालक को छोड़ हथियार से लैस पांच जने नीचे उतरे थे। छह सैकण्ड में जमीन पर गिरे मांजू पर पांच गोलियां चलाकर भाग गए थे। गार्ड भी कार में भाग गया था।
कार मालिक को पकड़ा, चालक भाई फरार
वारदात में प्रयुक्त बीकानेर नम्बर की कार सालवा कला निवासी भंवरलाल जाट की है। उसका भाई प्रकाश चला रहा था। जो सब्जी बेचता है। प्रकाश गायब है। पुलिस ने पूछताछ के लिए भंवरलाल को हिरासत में लिया है।
भाई की जगह नौकरी कर रहा था गार्ड
मूलत: पोकरण हाल चोखा के नयापुरा निवासी युवराजसिंह बतौर गार्ड कॉलोनी के मुख्य गेट पर तैनात था। गार्ड की ड्यूटी उसके भाई जनकराज सिंह के नाम थी, लेकिन ड्यूटी युवराज करता था। युवराज भी शूटरों के साथ भाग गया था। उसके पिता से पूछताछ की जा रही है। युवराज को छोड़ कॉलोनी के अन्य गार्ड बदले गए थे। इससे कॉलोनीवासियों में नाराजगी है। फायरिंग से वे अभी भी दहशत में हैं।
शूटरों को ठहराने वाला हिरासत में
सूत्रों के अनुसार शूटरों में शामिल दो-तीन युवक नवकार धाम के पीछे किसी मकान में दो दिन से रूके हुए थे। वे दोपहर 2.14 बजे वहां से निकले थे। मकान मालिक को भी हिरासत में लिया गया है।
पांच नामजद, दो साजिश में शामिल
भाटेलाई पुरोहितान निवासी मृतक के चाचा सहीराम पुत्र रामचन्द्र बिश्नोई ने राकेश मांजू पर जानलेवा हमले का मामला दर्ज कराया है। इसमें चोखा निवासी युवराजसिंह पुत्र गजेन्द्रसिंह, बजरसिंह पालड़ी, मंगलसिंह अरटिया, प्रकाश जाट, रघुवीरसिंह बागोरिया आरोपी हैं। दिनेश बंबानी व विक्रमसिंह नांदिया पर हमला करवाने का आरोप है। पुलिस ने भी इन्हीं को नामजद किया है।
पुलिस की लापरवाही उजागर
हमले में रघुवीरसिंह बागोरिया आरोपी है। उसके पास 8 कारतूस लोड की जाने वाली रिपीटर गन होने व कैलाश मांजू व विरोधी गैंग में टकराव की आशंका से पुलिस अवगत भी थी। इस रिपीटर गन व अन्य हथियारों का दुरुपयोग कैलाश मांजू व गैंग पर होने के बारे में भी इनपुट मिल चुके थे। इसके बावजूद फॉरी तौर पर तलाश भी की गई थी। कोई भी पकड़ा नहीं जा सका। आखिरकार पुलिस की लापरवाही से गैंगवार और गोलियां चल गईं।
सिर से गोली निकाली, आइसीयू में भर्ती
गंभीर घायल राकेश का गुरुवार को एमडीएम अस्पताल में ऑपरेशन किया गया। सीटी स्कैन में उसके सिर के पीछे गर्दर के पास गोली या छर्रे फंसे होने का पता लगा था। डॉक्टरा ने ऑपरेशन कर सिर में फंसी गोली निकाल ली। उसे आइसीयू में शिफ्ट किया गया है, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जाती है।
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‘कार पार्किंग में राकेश पर गोलियां चलाईं गईं थी, लेकिन वह बचकर भाग निकला था। चार-पांच खाली कारतूस पार्किंग से मिले हैं। हमलावरों को नामजद कर लिया है। जो संभवत: बाहर से आए थे। इनकी तलाश की जा रही है। कार की पहचान कर ली गई है। साजिश में विक्रमसिंह नांदिया के शामिल होने की भी संभावना है।’
गौरव यादव, पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) जोधपुर।