
ख़नन से वन्यजीवों का प्राकृतवास हो रहा तबाह
NAND KISHORE SARASWAT
जोधपुर. कायलाना के आसपास की पहाडिय़ों में अंधाधुंध खनन थमने का नाम नहीं ले रहा है। कायलाना क्षेत्र के वनखंड बड़ा भाखर में अवैध खनन के लिए हो रहे ब्लास्ट का असर क्षेत्र में विचरण करने वाले वन्यजीवों पर हो रहा है। प्रभावशाली लोगों की ओर से खनन रोकने के प्रयास में वनकर्मियों से भी कई बार झड़प हो चुकी है। यहां तक कि क्षेत्रीय वन अधिकारी की ओर से पुलिस में भी खनन करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज कराने के बावजूद गतिविधियां जारी है।
राज्य सरकार के आदेश के बाद वन खंड क्षेत्रों में अवैध खनन को लेकर उपवन संरक्षक के निर्देशानुसार कायलाना नाका प्रभारी सवाईसिंह राजपुरोहित के नेतृत्व में कायलाना नाका अंतर्गत वनखंड बडा भाखर के मोर भाखरी वन क्षेत्र में अवैध खनन के खिलाफ रोकने के लिए दबिश दी गई लेकिन खनन करने वाले मौके से फरार हो गए। स्टाफ को केवल खनन में प्रयुक्त सामान ही मौके पर मिल सका।
आसपास के रिहायशी क्षेत्रों में पहुंचने लगे हैं लंगूर
कायलाना की पहाडिय़ों और माचिया वन खंड क्षेत्र में खनन और क्रेशर इकाइयां चलने हनुमान लंगूरों के प्राकृतवास निरंतर खत्म हो रहे हैं। प्रतापनगर शॉपिंग सेन्टर क्षेत्र में भूखे प्यासे बंदरों के टोले पिछले कई दिनों से उत्पात मचाने के कारण क्षेत्रवासी परेशान होने लगे है।
माचिया वन खंड में महफूज नहीं
माचिया बॉयलोजिकल पार्क के बाहर का करीब 43 हेक्टेयर हिस्सा प्रादेशिक वन मंडल के अधीन होने से अतिक्रमण की खेती लगातार पनपती जा रही है लेकिन पिछले एक दशक में किसी भी तरह का कोई अतिक्रमण हटाया नहीं जा सका है। नतीजन अतिक्रमण धीरे धीरे माचिया जैविक उद्यान की सुरक्षा दीवारों तक जा पहुंचा है ।
अब नियमित मॉनेटरिंग
वनविभाग कायलाना नाका स्टाफ की ओर से क्षेत्र के मोर भाखरी वन क्षेत्र में अवैध खनन रोकने के लिए दबिश दी गई लेकिन मौके से खनन करने वाले फरार होने में कामयाब रहे । हमने खनन में प्रयुक्त सभी औजार और उपकरण जब्त कर लिए हैं और क्षेत्र में नियमित मॉनेटरिंग की जा रही है। इससे पहले भी क्षेत्र में खनन रोकने पर बाधा डालने वाले प्रभावशाली लोगों के खिलाफ हमने पुलिस में मुकदमा भी दर्ज कराया था।
जयकिशन पुरोहित, क्षेत्रीय वन अधिकारी जोधपुर
Published on:
09 Aug 2021 12:07 pm
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