राजकुमार कश्यप@नरहरपुर/कांकेर. शिक्षा का स्तर ऊपर उठाने के लिए सरकार की सभी कोशिशें नाकाम साबित हो रही है। सरकार की तरफ से बच्चों को स्कूल भेजने की कोशिश की जा रही है, लेकिन विभागीय लापरवाही और सुस्ती की वजह से योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। करोड़ों रुपए हर महीना खर्च करने के बाद भी शत-प्रतिशत बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं। जबकि शिक्षा विभाग की ओर से कागजों और रजिस्टर पर शत-प्रतिशत बच्चों को शिक्षा देने की बात की जा रही है। बात की पुख्ता प्रमाण के तौर पर जिले के सरोना क्षेत्र के साल्हेभाट पंचायत अंर्तगत खल्लारी क्षेत्र की यह तस्वीर देखी जा सकती है, जिसमें बच्चा स्कूल यूनिफार्म में स्कूल नहीं बल्कि मवेशियों को लेकर चारा इंतजाम में जा रहा है।