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कानपुर। जमात के चलते कोरोना वायरस दूसरे चरण में अब स्थानीय प्रसार के रास्ते खोज रहा है। ऐसे में पब्लिक प्लेस, सार्वजनिक जगह, लोगों के जमावड़े वाले खुले इलाकों में इसके तेजी से फैलने की संभावना बलवती है। जिसके रोकने और नाश के लिए प्रदेश सरकार ने सूबे के 15 जिलों में हाॅटस्पाॅट को सील कर दिया है। देररात कानपुर के 13 इलाकों में चप्पे-चप्पे पर पीएसी, अर्धसैनिकबल के अलावा पुलिस के जवान तैनात हैं। साथ ही करीब पांच लाख से ज्यादा आबादी की निगरानी द्रोन के जरिए की जा रही है।
सही फैसला
15 जिलों के हाॅटस्पाॅट को पूरी तरह से सीज करने के फैसले को डाॅक्टर भी सराहना कर रहे हैं। डाॅक्टर रमेश झा ने बताया कि दूसरे चरण के बाद ही यह खतरनाक वायरस बड़ी संख्या में लोगों को अपनी चपेट में लेता है। लोगों के घरों से बाहर आने पर कोरोना मरीजों के ग्राफ में बढ़ोतरी हो सकती है। ऐसे में कोरोना वायरस से बचाव के लिए सबसे जरूरी है कि हम जाने-अनजाने लोकल ट्रांसमिशन का जरिया न बनें। इसी को रोकने के लिए सरकार ने ये फैसला लिया है।
तीसरा चरण ज्यादा खतरनाक
डाॅक्टर रमेश झा के मुताबिक भारत में जिस तेजी से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, उससे भारत सरकार का चिंतित होना भी स्वाभाविक है। कोरोना के तीसरे चरण को ज्यादा खतरनाक माना जाता है। इसमें वायरस का कम्युनिटी ट्रांसमिशन होता है। जब कोई व्यक्ति ज्ञात संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए बिना और या संक्रमित देश या इलाके की यात्रा किए बिना ही इसका शिकार हो जाता है। यह इस तीसरी और खतरनाक स्टेज कहलाती है। हालांकि अभी भारत में इस महामारी की तीसरी स्टेज नहीं आई है, लेकिन पूरे देश में इसको लेकर डर जरूर है।
क्या होता है हाॅटस्पाॅट
डाॅक्टर झा बताते हैं कि हॉटस्पॉट का मतलब ऐसा इलाका जहां पर कोई कोरोना संक्रमित व्यक्ति मिला या फिर अन्य लोगों में संक्रमण के फैलने की आशंका हो। संक्रमित व्यक्तियों की कांटेक्ट (संपर्क), स्टे (ठहराव) और ट्रैवल (आवागमन) हिस्ट्री के हिसाब से हाॅटस्पाॅट के इलाकों का चयन किया जाता है। डाॅक्टर रमेश झा बताते हैं कि कानपुर के जिन 15 इलाकों को सील किया गया है। चहां पर कोरोना से संक्रमित लोग पाए गए हैं। अब डाॅक्टर, स्वास्थ्य विभाग की टीमें यहां लोगों का मेडिकल चेकअप करेंगी। जांच में पाॅजीटिव पाए जाने वाले मरीज को कोविड-19 वार्ड में रखा जाएगा। इससे आने वाले दिनों में कुछ हद तक कोरोना के प्रसार पर रोक जरूर लगेगी।
मेडिकल चेकअप
डीएम ने बताया कि चिन्हित 13 हाॅटस्पाॅट के इलाकों को बैरीकेडिंग कर प्रभावित स्थलों से एक किमी. क्षेत्र का दायरा सील कर दिया गया है। प्रवेशमार्ग बैरियर लगाए गए हैं। क्षेत्र के हर व्यक्ति का मेडिकल होगा। सर्दी, जुकाम व बुखार से पीड़ित व्यक्ति का तत्काल कोरोना टेस्ट कराया जाएगा। पूरे क्षेत्र में ड्रोन कैमरों से निगरानी होगी। सेक्टर स्कीम के तहत हर इलाके में मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस अधिकारी निगरानी करेंगे। यदि कोई व्यक्ति घर से बाहर पाया जाएगा तो उस पर मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजा जाएगा।
थानावार हॉटस्पॉट के क्षेत्र
चमनगंज एवं बेकनगंज थाना क्षेत्र के हलीम मुस्लिम स्कूल आसपास क्षेत्र के अलावा कर्नलगंज एवं बरजिरया थाना परिक्षेत्र के हुमांयु मस्जिद का इलाके पर देररात से पुलिस तैनात है। वहीं अनवरगंज एवं बदशाहीनाका थाना अंतर्गत कुलीबाजार की हाजी इनायत मस्जिद, शेख लल्लन मस्जिद व हाता वाली मस्जिद का इलाका और नौबस्ता थाना मछरिया की खैर मस्जिद, नसीमाबाद मस्जिद और मदरसा हिदायतुल्ला का पूरा क्षेत्र सील है। जबकि बाबूपुरवा थाना की सुफ्फा मस्जिद और मुंशीपुरवा की बिलाल मस्जिद का इलाका और घाटमपुर थाना की कजियानी मस्जिद और रहमानिया मस्जिद के साथ ही सजेती थाना़क्षेत्र के बरीपाल की बड़ी मस्जिद का इलाके को पुलिस ने सील कर दिया है।
Published on:
09 Apr 2020 03:12 pm
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