कानपुर। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात करने के लिण् समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव कानपुर पहुंचे। इस दौरान सपा प्रमुख ने तीनों मृतकों के परिजनों को आर्थिक मदद दी। इस मौके पर मृतक मोहम्मद रईस की मां ने पूर्व सीएम से कहा कि उनका बेटा मजदूरी कर पूरे परिवार का पेट पालता था। काम के बाद घर लौट रहा था, तभी उसके हिंसा में मारे जाने की खबर मिली। पुलिस ने उसे उपद्रवी करार देते हुए मुकदमा भी दर्ज किया है। जिस पर अखिलेश ने कहा कि माता जीम मुझे सब पता है। सपा की सरकार बनीं तो पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और दोषियों को जेल भेजा जाएगा।
आर्थिक मदद देकर बंधाया ढांढस
कानपुर के बाबूपुरवा में 20 दिसंबर को सीएए के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान हिंसा में मारे गए मोहम्मद रईस, मोहम्मद सैफ और आफताब के घरवालों से अखिलेश यादव मिले और पांच-पांच लाख की आर्थिक मदद दी। अखिलेश यादव ने कहा कि सीएए का विरोध तो पूरे देश में हुआ। माहौल बिगाड़ने के साथ जानें उन्हीं जिलों में गईं, जहां पुलिस-प्रशासन ने लापरवाही बरती। उन्होंने आरोप लगाया कि ये सब राज्य की बीजेपी सरकार के इशारे पर हुआ। इसके साथ ही इन घटनाओं की निष्पक्ष जांच की भी उन्होंने मांग की।
पुलिस की गोली से मारे गए युवक
अखिलेश ने कहा कि तीनों मरने वाले गरीब और मजदूरी कर अपना और अपने परिवार का पेट पालते थे। सरकार के इशारे पर पुलिस के अलाधिकारियों ने गोली चलवाई। तीनों युवक पुलिस की गोली से मारे गए हैं। जबकि यहां के एडीजी, डीआईजी समेत सभी अधिकारी मृतक युवकों को उपद्रवी बता उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। अखिलेश यादव ने बताया कि मृतक रईस अब इस दुनिया में नहीं रहा। उसका परिवार भुखमरी की कगार पर खड़ा है। प्रदेश के सीएम होने के नाते योगी आदित्यनाथ के लिए सभी लोग एक समान होने चाहिए। ऐसे में उन्हें पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात करने के लिए आना चाहिए।
डिवाइड एंड रूल पॉलिसी
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि इस कानून को लाकर देश का माहौल जानबूझकर खराब किया गया है। अखिलेश ने कहा कि बीजेपी की सरकार अंग्रेजों की तरह डिवाइड एंड रूल पॉलिसी पर काम कर रही है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि धर्म के नाम पर बांटते हुए हिन्दू-मुस्लिम में खाई पैदा की जा रही है, जो भारत जैसे सेकुलरदेश के लिए घातक है। इसी वजह से देश की राजनीतिक पार्टियों के अलावा युवा सड़क पर है।
लगाए गई आरोप
अखिलेश ने कहा नोटबंदी हो या जीएसटी फिर चाहे टेनरी बंदी, प्रदेश और केंद्र सरकार हर जगह नाकाम साबित हुई है। कानपुर को स्मार्ट सिटी का दर्जा मिला हुआ है पर यहां तो कूड़े के पहाड़ इनदिनों चर्चा में हैं। गंगा सफाई प्रकरण में सरकार की चुटकी लेते कहा कि केवल दिखावा हो रहा है। अफसर इतने बड़े खिलाड़ी हैं कि उन्हें पता है कि कैसे और कब गंगा साफ दिखानी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जाते ही गंगा नदी फिर गंदी हो गई। अखिलेश यादव ने बताया कि उनकी सरकार के कार्यकाल के दौरान गंगा ही नहीं गोमती नदी को साफ करने की शुुरूआत हुई। जो कार्य हमनें कराए वह दिख रहे हैं।