पिछले दो सालों में कानपुर में आयकर के मामले में 15 प्रतिशत ग्रोथ रेट नोटिस किया गया है और ये पूरे देश के आकड़ों से आगे है। यहीं नहीं देश में कारोबार का गड़ समझे जाने वाले अहमदाबाद, दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में आयकर की ये ग्रोथ 10 प्रतिशत के आकड़े को भी नहीं पार कर पायी है।