
इस वजह से कोरोना ने दी दस्तक, जल्द ही महामारी का होगा अंत
कानपुर। कोरोना महामारी के प्रसार को रोकने के लिए केंद्र व राज्य सरकारें एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए हैं। पिछले 18 दिन से देश के लोग अपने-अपने घरों पर कैंद हैं। इस बीच पत्रिका डाॅट काॅम ने जाने-माने ज्योतिषाचार्य पंडित बलराम तिवारी से कोरोना पर जीत के बारे में जानकारी की। जिस पर ज्योतिषाचार्य ने बताया कि राहु इस समय आर्द्रा नक्षत्र में है, जो प्रलय का नक्षत्र माना जा रहा है। जिसके कारण कोरोना का कहर जारी है। आगामी 14 अप्रैल को सूर्य के मेष राशि में जाने से कोरोना महामारी में रोकथाम शुरू हो जाएगी। 20 मई तक बृहस्पति उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में रहेगा, जो परेशानी कम करेगा।
जाने वजह
पंडित बलराम तिवारी कहते हैं कि इतिहास में शनि मकर राशि के हुए हैं तो पूर्व में चेचक, हैजा जैसी बीमारियां के चलते हजारों लोगों की मौत हो चुकी हैं। 30 मार्च को बृहस्पति गुरु ग्रह अपनी स्वयं की राशि से केतु का साथ छोड़कर मकर राशि में प्रवेश कर चुके हैं। गुरु एक सौम्य सात्विक ग्रह है जो केतु जैसे क्रूर ग्रह से अलग हो गया। केतु नसों का प्रतिनिधित्व करता है और बृहस्पति ग्रह लीवर, पैनक्रियाज ग्रांथी का प्रतिनिधित्व करते हैं और चंद्र ग्रह श्वास और फेफड़े का प्रतिनिधित्व करते हैं। राहु और केतु की दृष्टि से गुरु, चंद्र, शुभ ग्रहों का अलग होने के कारण कोरोना वायरस का प्रभाव कम होता जाएगा।
14 अप्रैल से मिलेगी राहत
पंडित बलराम तिवारी के मुताबिक 14 अप्रैल को सूर्य ग्रह अपनी उच्च राशि मेष में प्रवेश करेंगे जो एक माह अपनी उच्च मेष राशि में रहेंगे। मेष राशि का स्वामी मंगल होता है, मंगल यानि भूमि जमीन, सूर्य यानि आग, यह जब पूरी दृष्टि पृथ्वी पर डालेंगे तो पूर्ण प्रभाव से कोरोना वायरस का अंत होना शुरू हो जाएगा। 15 मई तक 50 प्रतिशत इस वायरस को खत्म होने में सफलता मिलेगी। 29 जून को 96 प्रतिशत समाप्त हो जाएगा। पंडित बलराम तिवारी ने बताया कि हरयुग में महामारी से मानव जाति को जूझना पड़ा है। कहते हैं, प्रकृति के साथ छेड़छाड़ के कारण महामारी पैदा होती हैं।
भाारत महामारी से उभर जाएगा
ज्योतिषार्य के मुताबिक स्वतंत्र भारत की जन्मलग्न कुंडली में अपनी ही राशि वृषभ में शुक्र का आना और मालव्य जैसे योगों का निर्माण करना देश के लिए अच्छा संकेत है। शुक्र अकेले ही स्टॉक मार्केट को संभालने के लिए पर्याप्त हैं इसने द्वारा प्रभावित सेक्टर्स, कोरोना के द्वारा हो रहे आर्थिक नुकसान से शीघ्र ही उबर जायेंगे क्योंकि इनका गोचरकाल चार माह तक रहेगा। स्वतंत्र भारत की प्रभाव राशि कर्क से वर्तमान समय में ये लाभस्थान में गोचर करेंगे जिसके फलस्वरूप भारत को अति आर्थिक क्षति ना होने पाए इसे रोकने में मदद करेगा।
शिव की करें उपासना
पंडित बलराम तिवारी कहते हैं कि इस गोचरकाल का सबसे सुखद पहलू यह है कि यदि देश की जनता केंद्र सरकार के बताए गए नियमों का पालन करती है। लोगों से दूरियां बनाकर रखती है और अपने घर में ही विश्राम करती है तो अतिशीघ्र ही भारतवर्ष में बढ़ रहे कोरोना जैसी महामारी पर विराम लगेगा और हम सभी इसे परास्त करने के कामयाब होंगे। इसके द्वारा संकर्मित होते जा रहे भारी संख्या में बढ़ रहे मरीजों पर भी विराम लग जाएगा और हम इस महामारी पर विजय प्राप्त करेंगे। फलित ज्योतिष में शुक्र का राशि परिवर्तन महत्वपूर्ण माना गया है इसलिए हमें हाताश नहीं होते हुए भगवान शिव की पूजा-अर्चना करनी चाहिए।
बरतें सतर्कता
पंडित बलराम तिवारी कहते हैं कि इस वक्त प्रमुख है वृष, मिथुन, कर्क, कन्या और वृश्चिक राशियों के जातक बड़ी सावधानी एवं सतर्कता से रहें। पंडित बलराम तिवारी ने इन राशि के जातकों से अपील की है वह घर पर रहें। हनुमान चालीसा का पाठ करें। सोमवार को भगवान शिव को सफेद पुष्प् चढ़ाएं। इसके अलावा सूर्यदेव को जल दें। लाल वस्तु पास रखें। साथ ही मां भगवती के किसी भी रूप का स्मरण करें। हरी वस्तु पास रखें। लाल वस्तु दान करें।
Published on:
12 Apr 2020 09:01 am
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