विकास पर 60 आपराधिक मुकदमे घटना कानपुर के डिकरु गांव में हुई। यहां तीन थानों की टीम कुख्यात अपराधी विकास दुबे को गिरफ्तार करने के लिए गुरुवार की रात 12 बजे के बाद पहुंची थी। विकास पर 60 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इसने हाल ही में एक मर्डर किया था, इसी केस के सिलसिले में टीम उसे पकडऩे के लिए दबिश देने पहुंची थी। बताया जाता है अपराधी को पहले से ही इसकी जानकारी मिल गयी। इसलिए वह सर्तक था। जैसे ही गांव में पुलिस पहुंची मकान की छत से तीन तरफ से पुलिस बल पर फायरिंग होने लगी। गोले भी फेकें गए। अचानक हुए इस हमले में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। जबकि 4 गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों का कानपुर के अस्पताल में इलाज चल रहा है। अंधेरे का फायदा उठाते अपराधी भाग निकले। मुख्य आरोपी विकास दुबे भी फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। सीएम ने आपेरशन दुबे खत्म होने तक घटनास्थल पर ही कैंप करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि सभी आला अधिकारियों से कहा है कि जब तक हिस्ट्रीशीटर विकास दूबे खत्म ना हो जाये तब तक घटनास्थल पर ही कैम्प करें।
दो दिन पहले दर्ज मामले गिरफ्तार करने पहुंची थी टीम विकास का लंबा आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। यह 2001 में बीजेपी नेता के कथित हत्याकांड में भी शामिल था। इस मामले में उसे बरी कर दिया गया था। इसके अलावा उस पर 60 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस इस पर 25 हजार का इनाम भी घोषित कर रखा है। दो दिन पहले कानपुर के ही राहुल तिवारी ने इसके खिलाफ एक मामला दर्ज कराया था। यह मामला अपहरण तथा हत्या के प्रयास का था। इस केस के दर्ज होने के 24 घंटा बाद ही पुलिस की टीम ने विकास दुबे पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली। और तीन थानों की पुलिसटीम के साथ गांव में दबिश देने पहुंची थी।
2- महेश यादव, एसओ शिवराजपुर
3- अनूप कुमार, चौकी इंचार्ज मंधना
4- नेबूलाल, सब इंस्पेक्टर शिवराजपुर
5- सुल्तान सिंह, कांस्टेबल थाना चौबेपुर
6- राहुल, कांस्टेबल बिठूर
7- जितेंद्र, कांस्टेबल बिठूर
8- बबलू, कांस्टेबल बिठूर