फोन के जरिए बुलवाया
बिल्हौर थानाक्षेत्र निवासी रूबी जो अपनी मां जगदेवी व पिता राजाराम के साथ रहती थी। रूबी की शादी मैनपुरी निवासी सुशील के साथ 11 साल पहले हुई थी। लेकिन पति ने दहेज को लेकर रूबी को प्रताड़ित करने लगे। जिसके कारण वो ससुराल से आकर मायके में रहने लगी। इसी दौरान उसने दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज करा दिया। मामला कोर्ट में विचाराधीन है। मृतका के पिता ने बताया कि देररात करीब 11 बजे सुशील ने फोनकर बेटी रूबी को बुलाया। बेटी उसने मिलने के लिए जाने लगी, तभी मां जगदेवी भी उसके साथ चली गई। काफी देरतक तक जब मां-बेटी घर नहीं लौटी तो मैं उनकी खोजबीन की, पर कहीं पता नहीं चला। सुबह गांववालों ने पुवाल के अंदर एक लाश जलते हुए देखी तो उन्होंने मुझे इसकी जानकारी दी।
मुकदमा वापस करने का बना रहा था दबाव
मृतका के पिता ने बताया कि दमाद सुशील कुछ दिन पहले घर आया था और बेटी से दहेज उत्पीड़न का मुकदमा वापस करने का दबाव बनाया था। बेटी ने जब समझौते सं इंकार कर दिया तो दमाद ने उसे जान से मारने की धमकी दी थी। राजाराम ने बताया कि हमलोग सो रहे थे और तभी आरोपी ने फोन कर बेटी व उसकी मां को बुलाया और उनकी निर्मम हत्या कर दी। रूबी का शव पूरी तरह से पुआल में जलकर रख के ढेर में तब्दील थी। पुलिस ने उसकी अस्थियों को एकत्र कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
एक किमी की दूरी लटका था जगदेवी का शव
आरोपियों ने रूबी को पुआर में फूंकने के बाद उसकी मां को गांव से एक किमी की दूरी पर ले गए और नीम के पेड़ पर फांसी का फंदा डालकर मौत के घाट उतार दिया। सुबह के वक्त पुआर में जली लाश की शिनाख्त नहीं हो कसी। कुछ देर के बाद जब जगदेवी के शव लटकने की जानकारी पुलिस को हुई तो जब कहीं जाकर दोहरे हत्याकांड का खुलाशा हो पाया। एसपी प्रदूम्न सिंह ने बताया कि एक युवती और बुजुर्ग महिला की हत्या की गई है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर पति सहित अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।