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लाउडस्पीकर से होने वाले अजान पर रोक के लिए अभियान चलाएगा हिंदू संगठन

- राष्ट्रीय बजरंग दल एक लाख लोगों के जुटा रहा हस्ताक्षर, राष्ट्रपति को देगा ज्ञापन

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पत्रिका न्यूज नेटवर्क
कानपुर. शहर में मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर से होने वाली अजान को लेकर एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है। अजान की तेज आवाज को बंद कराने के लिए राष्ट्रीय बजरंग दल अभियान चलाने तैयारी में है। यह संगठन कानपुर में एक लाख लोगों से हस्ताक्षर कराकर माहौल बनाने का काम करेगा। संगठन के पदाधिकारी हस्ताक्षर युक्त एक लाख पोस्ट कार्ड संग राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपाने की बात कह रहे हैं। कानपुर शहर में मिश्रित आबादी वाले इलाकों में तेज आवाज में अजान होती है, जिसे रोकने को लेकर शहर में अभियान चलाए जाने की तैयारियां तेज हो गई है।

जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ता शहर भर में अभियान चलाकर धर्मिक आयोजन के नाम पर शोरगुल के खिलाफ माहौल बनाने का प्रयास करेंगे। इसके साथ ही लोगों की भावनाओं को पोस्टकार्ड में दर्ज कराने के साथ राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा जाएगा। राष्ट्रीय बजरंग दल के प्रांत महामंत्री रामजी त्रिपाठी ने कहा कि न्यायलय के आदेशों के बाद भी मस्जिदों में लाउडस्पीकर से अजान हो रही है। इससे ध्वनि प्रदूषण फैलता है।

इसके साथ ही उन्होंने बताया कि बिना लाउडस्पीकर के अजान पढ़ी जानी चाहिए। इससे सभी को सहूलियत होगी। रामजी ने कहा कि लाउडस्पीकर हटाने को लेकर एक लाख लोगों से हस्ताक्षर कराएंगे। 22 फरवरी से शहर के अलग अलग इलाकों में हस्ताक्षर अभियान चलाकर लोगों को जागरुक करने का का शुरू हो गया है।

इस अभियान से आवाम को नहीं होगा कोई फायदा

माुगहवहीं, मुस्लिम समाज के लोग लाउडस्पीकर से अजान पर रोक के अभियान को गैर-जरूरी बताते हैं। मुस्लिम स्कॉलरों का कहना है कि मस्जिद में अजान का हक उन्हें संविधान देता है। इस अभियान के जरिए लोगों को भटकाने का काम किया जा रहा है। चुनावों फायदा लेने के लिए इस तरह के अभियान चलाया जा रहा है। अजान तो केवल वक्त पर ही की जाती है, इसे कोई नहीं रोक सकता है। मुस्लिम स्कॉलर जुबैर अहमद फारुखी ने कहा कि सियासत के लोग अपने नापाक इरादों को पूरा करने के लिए इस तरह की तंजीमें बनाते हैं। जो चुनाव में एक दल विशेष को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसे अभियान चलाती हैं। इस अभियान से आवाम को कोई फायदा नहीं होगा। लोगों का ध्यान असल मुद्दों से भटकाने के लिए ऐसा किया जा रहा है।