
IIT's mega plan Now no fear of Cyber Attack and No Problem in Communication
अब साइबर क्राइम के साथ साथ कम्यूनिकेशन की समस्या को दूर करने के लिए आईआईटी मदद करेगा। देश का कम्युनिकेशन सिस्टम सुधारने के साथ विदेशों के समान अत्याधुनिक बनाने में आईआईटी कानपुर मदद करेगा। संस्थान के तीन स्टार्टअप अलग-अलग क्षेत्र में तकनीक के माध्यम से पूरे सिस्टम को अपग्रेड करेंगे। इसके लिए दूरसंचार विभाग ने संस्थान के तीन स्टार्टअप एक्सटेन नेटवर्क्स, सीडीस्पेस रोबोटिक्स और कॉसग्रिड के साथ समझौता किया है। ये स्टार्टअप जरूरत के मुताबिक शोध कर सिस्टम विकसित करेंगे और विभाग इन्हें शोध के लिए बजट उपलब्ध कराएगा।
दूरसंचार विभाग ने एक चैलेंज के माध्यम से अपनी अलग-अलग चुनौतियों के समाधान और विदेशों की तरह अत्याधुनिक होने के लिए स्टार्टअप को आमंत्रित किया था। देशभर से आए स्टार्टअप में विभाग ने 17 का चयन किया है, जो आगे काम करेंगे। इन स्टार्टअप को डिजिटल कम्युनिकेशन इनोवेशन स्क्वैयर स्कीम के तहत फंड मुहैया कराया जाएगा। आईआईटी के तीनों स्टार्टअप साइबर सुरक्षा के अत्याधुनिक लैब सी3आई में काम कर रहे हैं। इसलिए इन स्टार्टअप के विकसित सिस्टम में साइबर हमले जैसी समस्या न के बराबर होगी। ये स्टार्टअप साइबर एक्सपर्ट पद्मश्री प्रो. मणींद्र अग्रवाल और प्रो. संदीप शुक्ला की देखरेख में काम कर रहे हैं।
एक्सटेन नेटवर्क्स : यह नेटवर्क थ्रेट इंटेलीजेंस ऑटोमेटिक सिस्टम है, जो साइबर खतरे को रोकता है। यह ऑटोमेटिक साइबर थ्रेट (धमकी) को ब्लॉक कर देता है।
कॉसग्रिड: नेट सिक्योरिटी, एसडी-वान एंड यूजर एक्सपीरियंस पर काम कर रहा है।
सीडीस्पेस रोबोटिक्स: सामान ले जाने वाला ड्रोन विकसित किया है। यह पहाड़ी इलाकों में सामान पहुंचाने के साथ कम्युनिकेशन में भी मदद करता है।
-एलटीई एडवांस्ड, 5जी और फ्यूचर जनरेशन एक्सेस टेक्नोलॉजीज
-सॉफ्टवेयर परिभाषित नेटवर्क, नेटवर्क फंक्शन वर्चुलाइजेशन, क्लाउड डेटा एनालिटिक्स
-सॉफ्ट स्विच, मोडेम, राउटर, डोंगल, डाटा कार्ड, मोबाइल हैंडसेट, वायरलेस एक्सेस प्वाइंट
-सुरक्षा और निगरानी उपकरण, सेंसर, ओटीटी सेवाएं, कम्युनिकेशन में ग्रीन एंड इनर्जी टेक्नोलॉजी
-भविष्य में सफल होने वाली टेक्नोलॉजीज
Updated on:
08 Jul 2022 01:34 pm
Published on:
08 Jul 2022 01:33 pm
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