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उफ! आखिर कब मिलेगी शटडाउन, ब्रेकडाउन से आजादी

यूपीपीसीएल के 24 घंटे बिजली देने के बावजूद कानपुराइट्स को बिजली कटौती से छुटकारा नहीं मिल पा रहा है. कानपुराइट्स को रोज घंटों घंटो में कटौती से जूझना पड़ रहा है. रेजीडेंशियल एरिया में ही नहीं सबसे अधिक रेवेंयू देने वाले इंडस्ट्रियल एरिया को पॉवर कट का सामना करना पड़ रहा है.

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Kanpur

उफ! आखिर कब मिलेगी शटडाउन, ब्रेकडाउन से आजादी

कानपुर। यूपीपीसीएल के 24 घंटे बिजली देने के बावजूद कानपुराइट्स को बिजली कटौती से छुटकारा नहीं मिल पा रहा है. कानपुराइट्स को रोज घंटों घंटो में कटौती से जूझना पड़ रहा है. रेजीडेंशियल एरिया में ही नहीं सबसे अधिक रेवेंयू देने वाले इंडस्ट्रियल एरिया को पॉवर कट का सामना करना पड़ रहा है. यहां तक कि आवश्यक सेवाओं में गिने जाने वाले हॉस्पिटल व जलकल के जोनल पम्पिंग स्टेशनंस तक की 5-5 घंटे तक बिजली गायब रहती है. इसकी वजह से कानपुराइट्स की परेशानियां और भी बढ़ गई हैं. रात-रात भर बिजली गुल रहने के कारण लोगों को नींद पूरी नहीं हो पा रही है.

ऐसे हो रहा है पावर सप्‍लाई
केस्को 11 व 6.6 केवी के 527 फीडर के जरिए सिटी में पॉवर सप्लाई कर रहा है. शायद ही ऐसा दिन जाता जब 125 के लगभग फीडर बन्द न होते हो. हर रोज दर्जनों की संख्या में शटडाउन, ब्रेकडाउन व फॉल्ट के कारण घंटों बिजली गुल रहती है. संडे को ही सुबह 8.20 बजे हैलट की बिजली गुल हो गई. लगातार लगभग 5 घंटे तक बिजली गायब रहने से हैलट में एडमिट सैकड़ों पेशेंट जबरदस्त उमसभरी गर्मी में बेहाल हो गए.

फिर गुल हुई हैलट की बिजली
रात में फॉल्ट के कारण फिर हैलट की बिजली गुल हो गई. जिससे डॉक्टर्स को अंधेरे में इलाज करना पड़ा. केवल रविवार को एक दर्जन से ज्यादा सबस्टेशन ठप रहे थे. केस्को के डायरेक्टर टेक्निकल आरएस यादव ने बताया कि पॉवर सप्लाई सिस्टम को बेहतर करने के लिए काम किया जा रहा है. इस वजह से अभी शटडाउन की समस्या है. अब चार डिवीजनों में ट्रिपिंग फ्री पॉवर सप्लाई के लिए काम शुरू कर दिया गया है. इन सब बातों को दरकिनार कर दिया जाए तो फिलहाल कानपुर की जनता इस समय बिजली कटौती और आए दिन होने वाले फॉल्‍ट्स से बहुत ज्‍यादा परेशान है. ऐसे में सबसे ज्‍यादा बुरी हालत होती है मरीजों और छात्रों की.