
औरैया में 5 नदियों के संगम पर पचनद बैराज बनाए जाने का काम शुरू, जिले के पर्यटन को लगेंगे पंख
यमुना, चंबल, सिंधु, क्वारी और पहुज नदियों के संगम पर पचनद बैराज का निर्माण कराया जाना प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता वाली योजना में शामिल बैराज के निर्माण स्थल निरीक्षण के लिए सीडब्ल्यूसी के अधिकारियों की टीम पहुंची। यहां पर मिट्टी की जांच के लिए स्थल का चयन करना है। बैराज के अनुसार मिट्टी की लोड क्षमता का को देखा जाएगा किया जाएगा। बैराज के तैयार होने से कानपुर देहात जालौन और औरैया जिले के किसानों को लाभ मिलेगा।
केंद्रीय जल आयोग के अधिशासी अभियंता मयंक सुरहीद के नेतृत्व में एक टीम पचनद बैराज के लिए अजीतमल क्षेत्र के सड़रापुर प्रस्तावित स्थल पहुंची। इस संबंध में मयंक सुरहीद ने बताया कि टीम मिट्टी परीक्षण, जियोलॉजिकल सर्वे, टोपोग्राफिकल सर्वे करेगी। टोपोग्राफिकल सर्वे में बैराज निर्माण के दौरान प्रभावित होने वाले मकान और पेड़-पौधों का भी सर्वे किया जाएगा। संबंधित विभागों से एनओसी भी लेने का कार्य शुरू किया जाएगा।
मिट्टी के जांच के साथ विस्तृत परियोजना रिपोर्ट बनाने की तैयारी शुरू
केंद्रीय जल आयोग सीडब्ल्यूसी प्रस्तावित एरिया में ***** करके मिट्टी की जांच करेगी। इस दौरान विस्तृत परियोजना रिपोर्ट यानी डीपीआर भी तैयार किया जाएगा। सरड़ापुर अजीतमल औरैया पांच नदियों का संगम स्थल है। पचनद बैराज के बनने से जालौन के जगम्मनपुर और औरैया के अजीतमल के बीच आवागमन उपलब्ध हो जाएगा। इसके साथ ही बैराज के बनने से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। मछली पालन के क्षेत्र में भी विकास होगा।
सीडब्ल्यूसी और प्रदेश सरकार के बीच हुआ है एमओयू साइन
मयंक सुरहीद के अनुसार जल केंद्रीय जल आयोग और प्रदेश सरकार के बीच एमओयू साइन किया गया है। एमओयू के अनुसार केंद्रीय जल आयोग काम कर रहा है। निरीक्षण के दौरान सहायक अभियंता विजय पंत, सहायक अभियंता सिंचाई खंड औरैया अंकित सिंह भी मौजूद थे।
Published on:
22 Jan 2023 12:02 pm
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