
बकरीद पर नमाजियों ने नमाज की अता, केरल बाढ़ पीढ़ितों के लिए मांगी दुआ
कानपुर। पूरे देश में ईद उल अजहा यानी बकरीद की नमाज फर्ज और ईमान के साथ अदा की गई। यूपी की सबसे शुमार बड़ी ईदगाह में करीब साढ़े तीन लाख से ज्यादा नमाजियों ने नमाज अता कर देश में अमन चैन के साथ ही केरल में बाढ़ पीड़ितों की लिए भी दुआ मांगी। इस अवसर पर जिला प्रशाशन व पुलिस के आला अधिकारियो ने नमाजियों को बधाई दी।
एक-दूसरे के गले मिलकर दी मुबारकबाद
बकरीद त्योहर पर बुधवार को बड़ी ईदगाह में साढ़े तीन लाख से ज्यादा नामजियों ने नमाज अता की। नमाज के बाद सभी ने एक-दूसरे के गले मिलकर देश में आपसी भाईचारा बना रहे इसके लिए दुआ मांगी। इसके अलावा नमाजियों ने केरल बाढ़ के लिए भी बडज्ञ़ी ईदगाह से लाखों लोगों ने उनके लिए दुआ मांग मदद के लिए दान भी दिया। ईदगाह पर जिला प्रशाशन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये हुए थे। सीसीटीवी कैमरे के साथ साथ ड्रोन कैमरे के जरिए निगरानी की गई। नमाज के दौरान कानपुर मंडलायुक्त,,जिलाधिकारी,,एडीजी,,आईजी,,एसएसपी समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। सभी अधिकारियो ने ईद उल अजहा की मुबारकबाद दी।
फूल देकर एक-दूसरे को बकरीद की दी बधाई
शहर में ईद-उल-अजहा (बकरीद) का त्योहार आज अकीदत के साथ मनाया गया। बड़ी ईदगाह में बकरीद की नमाज के लिए सुबह से नमाजियों को आना शुरू हुआ। इस मौके पर एक साथ तीन लाख से ज्यादा लोगों ने नामज अता की। इदगाह में जगह नहीं मिलने के चलते नमाजियों ने बाहर नमाज पढ़ी। शहरकॉजी ने बकरीद के मौके पर आपसी भाईचारा बनाए रखने की अपील की। वहीं सभी लोगों ने एक दूसरे को गले मिलकर बधाई दी। इस दौरान बच्चों में भी ईद के त्योहार को लेकर खुशी दिखाई दी। बच्चों ने फूल देकर एक-दूसरे को बकरीद की बधाई दी। नमाज़ खत्म होने के बाद सभी नमाज़ियों ने आलाधिकारियों से हाथ मिलाकर ईद की शुभकामनाएं दी।
सिया-सुन्नी उलेमाओें ने पढ़ी थी यहां नमाज
14 अप्रैल 2012 को फिलिस्तीन की मस्जिद-ए-अक्सा के इमाम मुफ्ती अकरमा सईद अब्दुल्ला सबरी और करीब दस देशों के कारी (अलग अलग अंदाज में कुरान पढ़ने वाले धर्मगुरु) के साथ बेनाझाबर बड़ी ईदगाह में शिया और सुन्नी उलेमा व मुसलमानों ने नमाज पढ़ी थी। विश्व शांति और इस्लाम का संदेश देने के लिए मुस्लिमों के लिए पवित्र मस्जिद मस्जिद-ए-अक्सा के इमाम शहर आए थे। मुफ्ती अकरमा सईद अब्दुल्ला सबरी ने नमाज पढ़ाई थी। इनके पीछे शहर के शिया शहरकाजी मौलाना अली अब्बास खां नजफी और शिया मुसलमानों ने नमाज पढ़ी थी। साथ में शहरकाजी मुफ्ती मंजूर अहमद मजाहिरी, लखनऊ के मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली और ईदगाह के इमाम मरहूम कारी मोहम्मद इलाही ने नमाज पढ़ी थी। इस कार्यक्रम के आयोजक डॉ. महमूद रहमानी थे।
दोनों पक्ष चाहें तो पढ़ी जा सकती है नामज
सुन्नी देवबंदी शहरकाजी मौलाना अब्दुल कुद्दूस ने कहा कि कानपुर में शियाओं की तादाद सुन्नियों की तुलना में बहुत कम है। लखनऊ में आबादी लगभग बराबर है। इसलिए आपसी एकता के लिए अगर एक साथ नमाज होती है तो कोई हर्ज नहीं है। अगर दोनों पक्ष राजी हों तो कानपुर में भी शिया सुन्नी एक साथ नमाज अदा कर सकते हैं। वहीं जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह कहा, ये बड़ा ही खुशी का दिन है, इस खुशी के अवसर पर पूरे शहर के लोगों को बधाई भी दी। डीआईजी सोनिया सिंह ने इस मौके पर सभी शहर के लोगों को बकरीद की बहुत-बहुत मुबारकबाद दिया।
प्रशासन ने सुरक्षा को लेकर किए विशेष इंतजाम
बकरीद के अवसर पर सुबह से ही जिला प्रशासन की टीमें सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंम्भीर दिखाई दी। बड़ी ईदगाह पर चौराहों से लेकर हर तरफ प्रशासन मुस्तैद दिखाई दे रहा था। सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए थे। जिला प्रशासन ने ईदगाह के अंदर और बाहर सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे। पुलिस कर्मी ईदगाह के आस-पास की बिल्डिंग से दूरबीन लगाकर सुरक्षा का जायजा लेते दिखाई दिए। इस दौरान नमाज़ियों को जल निगम के द्वारा पानी की व्यवस्था भी की गई थी। वही ईद की मुबारकबाद देने के लिए कई नेता ईदगाह पहुंचे और लोगों को गले मिलकर ईद की बधाई दी।
Published on:
22 Aug 2018 11:05 am
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