
कानपुर. राम मंदिर मुद्दे पर मध्यस्थता कर रहे आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर सोमवार की शाम पालिका स्टेडियम पहुंचे। यहां पर द आर्ट ऑफ लिविंग के कार्यक्रम में उन्होंने भाग लिया। इस मौके पर श्री-श्री ने कहा कि अगर मैंने कुछ ठान लिया उसे पूरा कर के ही दम लेता हूं। अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर जल्द ही बनेगा। साथ ही दूसरी जगह मुस्लिम भाईयों के लिए मस्जिद की भी अधारशिला रखी जाएगी। कुछ लोग सियासत कर बनी बात को बिगाड़ रहे हैं, पर हम उनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने देंगे। देश की गंगा-जमुनी तहजीब को हमें जिंदा रखना है और इस लिए इस विवादित मुद्दे का हल निकलना जरूरी हो गया है।
कहा प्रण किया है पूरा कर के रहेंगे
एवं द आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर सोमवार को कानपुर के पालिका स्टेडियम पहुंचे। यहां पर उन्होंने लोगों को कई टिप्स और गुरूमंत्र दिए। इस मौके पर मीडिया से बातचीत के दौरान श्री-श्री ने कहा कि अयोध्या मसले पर अभी तक जो भी बात है वह सकारात्मक रही है। हम विवाद के हल करने के करीब पहुंच चुके हैं और हमें यकीन है कि कुछ दिन के बाद अयोध्या का मसला आपसी बातचीत के जरिए हल हो जाएगा। जहां पर रामलला विराजमान है वहां पर भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर बनेगा और कुछ दूरी पर ही एक विशाल मस्जिद का निर्माण कराया जाएगा। श्री-श्री ने कहा कि मैं जो कुछ ठान लेता हूं उसे पूरा कर के ही दम लेता हूं।
दोनों पक्षकार सहमत
श्री-श्री ने कहा कि हमारे फार्मूले से विवादति स्थल के दोनों पक्षकार सहमत हैं। बात अपने अंजाम तक पहुंच चुकी है और अब अयोध्या का हल जल्द निकलेगा। श्री-श्री ने कहा कि मुस्लिम पक्षकार भी अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर के निर्माण के पक्ष में हैं, पर कुछ सियासतदान अपनी सियासत को चमकाने के लिए रोड़े अटका रहे हैं। आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर ने कहा है कि अब माहौल पहले की तुलना में काफी अधिक सकारात्मक है। इस दिशा में हिन्दू और मुस्लिम धर्म गुरुओं से बातचीत हुई है, जो बहूत अच्छी रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से ऐसी किसी बातचीत की पहल नहीं की गई है और वह अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं। इसके पीछे किसी प्रकार की राजनीति नहीं है। आध्यात्मिक गुरु ने कहा कि अब हालात पहले जैसे नहीं हैं, परिस्थितियों में बहुत परिवर्तन हुआ है और लोग शांति भी चाहते हैं।
लेकिन अब वातावरण अधिक माकूल
श्रीश्री रविशंकर ने बताया कि वह निर्मोही अखाड़े के आचार्य राम दास के अलावा अन्य लोगों के भी बराबर संपर्क में हैं। उन्होंने कहा“ इस विवाद का समाधान करने के लिए दोनों समुदायों को एक मंच पर लाने की आवश्यकता थी। जिसमें हमें कुछ हद तक कामयाबी मिली है। उन्होंने कहा 2003- 04 में भी अयोध्या विवाद के समाधान के लिये प्रयास किए गए थे लेकिन अब वातावरण अधिक माकूल है। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए सुलह का फॉर्म्युला देने वाले मौलाना सैयद सलमान हुसैनी नदवी के मुस्लिम पर्सलन लॉ बोर्ड द्धारा निकाले जाने पर श्री-श्री ने कहा कि नदवी पूरी इमानदारी के साथ विवादित स्थल का हल निकालने के लिए जुटे थे। पर सियासतदानों ने उन्हें भी बदनाम पर किया।
हल तो निकलेगा पर दिल बट जाएंगे
श्री-श्री ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि अध्योध्या का मामला कोर्ट में चल रहा है और न्यायाधीश जो निर्णय देंगे वह हम मान्य करेंगे। लेकिन कोर्ट तो विवाद का हल निकाल देगा, लेकिन दिल नहीं मिला पाएगा। जो हारने और जीतने वालों के बीच दूरियां बन जाएंगी। देश की सैकड़ों साल पुरानी गंगा-जमुनी तहजीब को धक्का लगेगा। इसलिए हमने प्रण किया है कि अयोध्या विवाद का हल कोर्ट के बजाए बाहर हो। दोनों धर्मों के लोग आपस में इसके हल का रास्ता निकालें, जो कुछ हद तक निकल चुका है। मैं तारीख तो नहीं बता सकता, उपर इनता दावे का साथ जरूर कह सकता हूं कि अध्योध्या में राममंदिर का निर्मण बहुत जल्द होने वाला है।
Published on:
26 Feb 2018 08:38 pm
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