आर्थिक तंगी से दंपति में होता था विवाद बताया कि लालाराम गुजरात में एक कोल्डस्टोरेज में नौकरी करते थे। तीन महीने पहले नौकरी छूटने के बाद कल्याणपुर के मकखड़ीखेड़ा में आकर किराये पर रहने लगे। घर के खर्चों को लेकर आए दिन पत्नी सावित्री से झगड़ा होने लगा। इससे परेशान होकर कक्षा 9 में पढ़ने वाली उनकी बेटी प्रिय और 7 कक्षा में पढ़ने वाला बेटा नैतिक घर छोड़कर चले गए। विश्वविद्यालय चौकी इंचार्ज इंदु यादव ने बताया कि रविवार दोपहर दोनों बच्चे घर से मंदिर जाने की बात बोलकर निकले थे। काफी देर तक न लौटने पर माता-पिता ने उनकी तलाश शुरू की। शाम को बच्चों द्वारा लिखा गया पत्र माता-पिता के हाथ लगा।
बच्चों ने लिखा कुछ यूं मार्मिक पत्र पत्र में बच्चों ने उनके झगड़े से तंग आकर घर छोड़ने की बात लिखी है। बच्चों ने लिखा कि ‘हम दोनों आप लोगों से बहुत प्यार करते हैं। हम आप पर बोझ नहीं बनना चाहते हैं। अब आप लोगों के ऊपर हमारी जिम्मेदारी नहीं है। इसलिए आप दोनों अपने पेट के लिए कोई न कोई काम कर सकते हैं। पापा! आप से एक ही विनती है कि अब मम्मी से मत लड़ना। हां..अब हमे तलाश करने से कोई फायदा नहीं है। यहां से जाने के बाद हमारी अच्छे से पढ़ाई लिखाई हो जाएगी। हमें माफ कर देना। थाना प्रभारी वीरसिंह ने बताया कि अनाथ आश्रम, बस अड्डा से लेकर सेंट्रल स्टेशन तक में बच्चों की तलाश की जा रही है, प्रयास जारी है।