
खाद्य सुरक्षा योजना के तहत गेहूं एवं केरोसिन लेने के लालच में लोगों ने बनवाए एक से अधिक राशन कार्डों की अब छंटनी हो गई है। जिले में कुल 4 लाख 51 हजार 586 राशन कार्डों में से 21 हजार 818 राशन कार्ड डुप्लीकेट मिले हैं। जिन्हें रसद विभाग ने निरस्त कर दिया है।
सरकार की ओर से खाद्य सामग्री वितरण में पारदर्शिता लाने के लिए पुराने राशन कार्डों के बदले डिजिटल राशन कार्ड बनाए थे।
इन राशन कार्डों में कार्डधारक का नाम व पता, माता-पिता के नाम दर्ज करने के साथ आधार कार्ड नम्बर को लिंक किया गया। दो वर्ष पहले सरकार ने खाद्य सुरक्षा योजना के गेहूं एवं केरोसिन सहित अन्य सामग्री नवीन राशन कार्डों से ही वितरित करना सुनिश्चित किया। इसके चलते लोगों ने एक से अधिक राशन कार्ड बनवा लिए। जबकि उनमें नाम व आधार नम्बर नहीं बदला।
अब पोश मशीन के जरिए वितरण होने पर डीलर दो के स्थान पर एक ही राशन कार्ड से सामग्री देने लगे। लोगों द्वारा इसकी शिकायत की गई तो विभाग ने कार्डों का सत्यापन एवं छंटनी कराई। उसमें जिले की सभी तहसीलों में डुप्लीकेट राशन कार्डों का होने का पता चला। विभाग ने उन सभी राशन कार्डों की छंटनी कर निरस्त कर दिए।
यह हैं डुप्लीकेट होने के कारण
विभागीय सूत्रों के अनुसार राशन कार्डांे में कार्ड धारक का नाम व पता, माता-पिता का नाम, आधार कार्ड नम्बर सहित अन्य प्रविष्ट जानकारियां दोनों राशन कार्डों में समान पाई गईं। ऐसे में एक ही कार्ड को प्रमाणित माना गया। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि कई लोगों ने राशन कार्डों में अशुद्धियों को शुद्ध कराने के बजाए नए राशन कार्ड बनवा लिए।
ऐसे मिली जानकारी
राशन कार्डों की विभाग ने जांच की तो डुप्लीकेट होने का पता चला। विभागीय सूत्रों के अनुसार खाद्य सुरक्षा योजना के तहत एक राशन कार्ड से सामग्री लेने के बाद जब दूसरे से सामग्री लेने कार्डधारक पहुंचा तो मशीन से अंगूठा निशानी को ग्रहण नहीं किया।
वहीं क्षेत्र में सर्वे एवं जांच कर कार्मिकों ने उनकी पहचान की। इसके अलावा सरकार के पोर्टल जयपुर निक पर अपलोड होने पर कुछ ऐसे ही कार्डों का खुलासा हुआ।
सर्वाधिक सपोटरा में मिले
जिले में सर्वाधिक डुप्लीकेट राशन कार्ड सपोटरा में पाए गए। कार्डों की छंटनी के दौरान कुछ राशन कार्ड तो संबंधित विकास अधिकारियों ने निरस्त कर दिए, जबकि अधिकांश जिला रसद अधिकारी कार्यालय से निरस्त किए गए।
जानकारी के अनुसार जहां जिले में अन्य तहसीलों में 200 से 600 तक की संख्या में विकास अधिकारियों ने डुप्लीकेट राशन कार्डों को निरस्त किया, वहीं सपोटरा में करीब 2800 राशन कार्ड विकास अधिकारी स्तर पर निरस्त किए गए।
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