राजस्थान पत्रिका ने जिले में एक माह से समर्थन मूल्य पर चल रही सरसों खदीद के बावजूद किसानों को भुगतान नहीं मिलने को लेकर 14 मई के अंक में 1.10 लाख कट्ट खरीदी सरसों, किसानों का 31 करोड़ 26 लाख रुपए का भुगतान बकाया शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। समाचार प्रकाशित होने के बाद नैफेड के लिए सरसों की एमएसपी खरीद कर रहे राजफैड के भरतपुर सभाग स्तरीय अधिकारी हरकत में आए। और सहकारी समितियां करौली के उप पंजीयक की ओर भेजी सरसों की वेयरहाउसिंग रिपोर्ट के आंकड़ों से मिलान कर किसानों को फसल बेचान के भुगतान की प्रक्रिया को गति दी। बुधवार सुबह से ही बैंक खातों में रुपए जमा होने पर किसानों के मोबाइलों पर सरसों के बेचान का समर्थन मूल्य की दर से राशि भुगतान होने का एसएमएस संदेश पहुंचना शुरू हो गया।
राजफैड सूत्रों के अनुसार पहले दौर में करौली जिले चारों खरीद केन्द्रों से खरीदे गए 26 हजार 47 कट्टों का भुगतान किया गया है। जो 7 करोड़ 35 लाख 84 हजार 417 रुपए है। सबसे अधिक भुगतान हिण्डौन केंद्र के 287 किसानों को 3 करोड़ 27 लाख 40 हजार 567 रुपए मिला है। जबकि सबसे कम भुगतान सपोटरा केन्द्र पर 60 किसानों का 77 लाख 34 हजार 850 रुपए जारी किया गया है।
हिण्डौन, सपोटरा व जीरौता के खरीद केन्द्र प्रभारी सुरेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि जिला मुख्यालय सहित चारों केंद्रों पर 14 मई तक 1636 किसानों की सरसों की तुलाई हो चुकी है। 587 किसानों को भुगतान मिलने के बाद अब 1039 किसान फसल बेचान की राशि के बैंक खाते में जमा होने की बाट जो रहे है।
हिण्डौन 264 3 करोड़ 27 लाख 40 हजार 567
सपोटरा 60 77 लाख 34 हजार 850
जीरौता 75 1 करोड़ 36लाख 2हजार 100
करौली 188 2 करोड 27 लाख 46 हजार 900
सरसों के समर्थन मूल्य का शुरू हुआ भुगतान, 587 किसानों को मिले 7.35 करोड़ रुपए