
हिण्डौनसिटी. झुलसाने वाली गर्मी का दौर शुरू हुए एक माह बीतने के बाद भी राजकीय चिकित्सालय के वार्डों में रोगियों के लिए कूलर नहीं लगे हैं। ऐसे में गर्मीजन्य बीमारी से ग्रस्त रोगियों को गर्मी व पंखों की लू के मानिंद गर्म हवा में पलंगों पर लेट उपचार कराना पड़ रहा है। आलम यह है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक पखवाड़ा पहले तापामन के आंकड़े को देख लोगों को सेहत के मद्देनजर सतर्कता के लिए सजग किया था। इसके बावजूद वार्डांे में रोगियों को ठंडी हवा के लिए कूलर नहीं लगे हैं।
125 पलंगों की क्षमता के चिकित्सालय में मेडिकल, सर्जीकल, शिशु व प्रसूति यूनिट है। इनमें से यूनिटों के अधिकांश वार्डों में कूलर नहीं हैं। किसी वार्ड में कूलर हैं तो वे रीते ही गर्म हवा फेंक रहे हंै। रोगियों का कहना है कि गर्मीजन्य बीमारी से पीडि़तों को वार्ड में गर्मी भरे माहौल में रहना पड़ता है। दिनभर तेज धूप के बाद रात में में वार्ड तपन भरे हो जाते हैं। तपने के चलते रोगियों के परिजनों को राहत के लिए भवन से बाहर खुले में बैठना पड़ता है।
अव्यवस्था पर हुआ था हंगामा: चिकित्सालय के सर्जीकल वार्ड में बर्न रोगी के लिए कूलर की व्यवस्था नहीं होने पर तीन दिन पहले रोगी परिजनों ने हंगामा कर दिया था। परिजनों झुलसी महिला को पंखे की गर्म हवा में लेटाने पर नाराजगी जताई थी। उनका कहना था कि झुलसी महिला को गर्म माहौल में कैसे राहत मिलेगी। हालांकि इसके दूसरे दिन वार्ड में एक पलंग पर कूलर लगा दिया गया। जबकि पलंगों की संख्या 13 है। जबकि वार्ड में तीन कूलरों की जरुरत है।
Published on:
30 Apr 2017 12:47 pm
बड़ी खबरें
View Allजयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
