आपको बतादें कि पूर्व की अखिलेश सरकार हो या फिर वर्तमान योगी आदित्यनाथ की सरकार। दोनों ही सरकारों ने विधवा महिलाओं को पेंशन देकर उनकी गुजर बसर करने के लिए विधवा पेंशन योजना को जरी रखा लेकिन इस योजना का लाभ सरकारी तंत्र के भ्रष्ट रवैये के चलते अपात्र महिलाएं पा रही हैं।
चंडौस गांव में हुआ चौंंकाने वाला खुलासा जिले भर में दस हजार चार सौ 85 विधवाओंं को लाभ बीती पांच वर्षों से दिया जा रहा है। 2018 में हुए सत्यापन के बाद एक चौंंकाने वाला खुलासा हुआ है। सोरों विकास खंड क्षेत्र के गांव चंडौस में ऐसी 13 महिलाएं मिलीं जो कि दुनिया में ही नहीं हैं लेकिन उनके नाम से विधवा पेंशन जारी हो रही है और 28 महिलाएं ऐसी पाई गईं, जिनके जिन्दा पति गांव में घूम रहे हैं।
होगी रिकवरी इसके बाद हरकत में आए जिला प्रोवेशन अधिकारी मोहम्मद मुशफिकीन ने फर्जी तरह से पेंशन पा रही महिलाओं के खातों पर प्रतिबंध लगा दिया और उनके खिलाफ कार्रवाई कर रिकवरी कराये जाने की बात की है। इन 41 अपात्र महिलाओं की विधवा पेंशन कैसे बनी और किसने बनवाई और इस भ्रष्टाचार में कौन कौन शामिल है इसका पता लगाया जाएगा।
50 प्रतिशत गांव में हुआ सत्यापन अब सवाल यह है कि जिले में 41 महिलाएं फर्जी तरीके से योजनाओंं का लाभ लेते हुए पकड़ी गई हैं लेकिन क्या और महिलाएं भी इसी तरह सरकार को धोका देकर फर्जी तरीके से पेंशन ले रही हैं। जब जिला प्रोवेशन मोहम्मद साहब से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि कार्यालय में सीसीटीवी कैमरा लगवा दिये गये हैं और दलालों पर निगरानी की जा रही है। पारदर्शिता के साथ पात्र विधवा महिलाओं को ही लाभ दिया जायेगा। इस वर्ष 50 प्रतिशत गांव की सत्यापन रिपोर्ट आ चुकी है। जिनमें 251 मृतक 100 अपात्र, पाये गये हैं।
इन महिलाओं ने हड़पी पेंशन जिन महिलाओं ने अपने पतियों को मृत दर्शाकर विधवा पेंशन हासिल की है उनमें अनीता देवी पत्नी छोटेलाल, चमेली देवी पत्नी नेमसिंह, गुड्डो देवी पत्नी सोहन लाल, कलावती पत्नी दुर्जन सिंह, मायादेवी पत्नी मेवाराम, नेकसी देवी पत्नी धर्मपाल, सूरजमुखी पत्नी कुंदन सिंह, अंगूरी देवी पत्नी मसी चंद्र, भागवती पत्नी जयसिंह, चमेली पत्नी लालाराम, पानदेवी पत्नी मोहनलाल, दुर्गादेवी पत्नी छोटेलाल, गुड्डो देवी पत्नी सुभाष चंद्र, कामिली देवी पत्नी नेत्रपाल, कन्यादेवी पत्नी पूरन सिंह, करिश्मा पत्नी महीपाल, मंजू देवी पत्नी महाबीर सिंह,प्रीति पत्नी बबलू,राजकुमारी पत्नी महेन्द्र सिंह, राजेश्वरी पत्नी महेश चंद्र, रामबेटी पत्नी सत्यप्रकाश, रामकौर पत्नी अजब सिंह, रानी देवी पत्नी भूरे सिंह, सरोज पत्नी लालाराम, सीलादेवी पत्नी महेश चंद्र, उर्मिला देवी पत्नी अशोक,निर्मला देवी पत्नी किशनदास शामिल हैं।