
main roads of the city are in bad condition
कटनी. शहर के हर प्रमुख मार्ग की स्थिति इन दिनों बद् से बदतर हो गई है। सडक़ों के उड़े परखच्चों और हर जगह बने जानलेवा गड्ढों से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बारिश से मुसीबता कई गुना बढ़ गई है। शहर के विभिन्न हिस्सों में सडक़ें इस कदर जर्जर हो चुकी हैं कि आम नागरिकों के साथ-साथ बाहर से आने वाले लोग भी परेशान हो रहे हैं। शहर के मुख्य मार्ग, जो सामान्य दिनों में सुगम यातायात के लिए जाने जाते थे, अब गड्ढों से पटे पड़े हैं। नगर निगम की ओर से मलबा डालकर गड्ढों को भरने की मामूली कोशिश भी नहीं की जा रही है। यह लापरवाही न केवल शहरवासियों के लिए मुसीबत का सबब बन रही है, बल्कि यह हादसों को भी दावत दे रही है।
हालात इतने बद्तर हो चुके हैं कि अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या शहर के जनप्रतिनिधि इस स्थिति से वाकिफ हैं या जानबूझकर इस समस्या की अनदेखी कर रहे हैं। महापौर और विधायक, जिन पर शहर की जनता ने अपना भरोसा जताया था, अब लोगों की समस्याओं से मुंह मोड़ते नजर आ रहे हैं। उनके द्वारा समस्या का कोई स्थायी समाधान निकालने की पहल नहीं की जा रही है, जिससे लोगों में नाराजगी बढ़ रही है। शहरवासियों का कहना है कि वे अब सडक़ों की इस दुर्दशा से तंग आ चुके हैं। खराब सडक़ों के कारण न केवल दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है, बल्कि रोजमर्रा के कामों में भी भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
क्या कोई समाधान निकलेगा?
शहर की सडक़ों की बदहाली का असर केवल स्थानीय लोगों तक ही सीमित नहीं है। जो लोग व्यापार या अन्य कामों से बाहर से शहर में आते हैं, उन्हें भी इस समस्या का सामना करना पड़ता है। बाहर से आए लोग जब इन खराब सडक़ों से गुजरते हैं, तो शहर की छवि पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। शहर के नागरिक अब इस सवाल का जवाब चाहते हैं कि कब तक उन्हें इस समस्या से जूझना पड़ेगा? क्या नगर निगम इस गंभीर समस्या को हल करने के लिए कोई ठोस कदम उठाएगा, या फिर यह सिलसिला ऐसे ही चलता रहेगा?
यह है शहर की सडक़ों के नजारे
- बरगवां की यह मॉडल रोड है, जो करोड़ों रुपए की लागत से कुछ वर्ष पहले बनी है। मार्ग के परखच्चे उड़े हैं। विशाल मेगा मार्ट के सामने सडक़ चलने लायक तक नहीं बची।
- महापौर प्रीति सूरी की पहली प्राथमिकता वाली सडक़ जगन्नाथ चौक से घंटाघर मार्ग की है। आदर्श कॉलोनी मोड़ पर यह मौत की सडक़ बन गई है। लोगों के यहां पर अस्थि पंजर हिल जा रहे हैं।
-माधवनगर गेट से शांतिनगर फीडर के बीच में सडक़ पर जान लेवा गड्डा है। इस गड्ढे में वाहन का पहिया पड़ते ही हादसे का शिकार हो जाए, बावजूद इसके इस तरह के जानलेवा गड्ढे की अनदेखी हो रही है।
- प्लेटफार्म क्रमांक 5 के सामने का मुख्य मार्ग है। यह मार्ग स्टेशन को गायत्री नगर, एनकेजे सहित कई गांवों से जोड़ता है, बावजूद इसके रेलवे के अधिकारी इस सडक़ को ठीक कराना मुनासिब नहीं समझ रहे।
- आदर्श कॉलोनी से नई बस्ती जाने वाला मार्ग कई माह से पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है, बावजूद इसके मरम्मत के लिए कोई कदम नहीं उठाए जा रहे। बारिश से लोगों की और भी मुसीबत बढ़ गई है।
इन मार्गों की हालत खस्ता
वर्जन
बारिश अंतिम दौर में चल रही है। मौसम खुलते ही सडक़ों की मरम्मत कराई जाएगी। जहां पर ज्यादा गड्ढे हैं उनका पैंचवर्क कराने नगर निगम को कहा गया है। नगर निगम के अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दिए जाएंगे कि जबतक नई सडक़ नहीं बनती, तबतक उसमें रिपयेरिंग वर्क कराएं।
दिलाप यादव, कलेक्टर।
Published on:
12 Sept 2024 08:41 pm
बड़ी खबरें
View Allकटनी
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
