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एमपी के इस जिले में शिक्षा विभाग की सामने आई चौकाने वाली हकीकत, बगैर शिक्षकों के चल रहे हैं कई स्कूल, कैसे संवरेगा देश का भविष्य

एक अगस्त से रखे जाने थे 3059 अतिथि शिक्षक, अभी तक रखे गए मात्र 442, जिले में 2 हजार 242 शिक्षकों की है कमी, हॉयर सेकेंडरी, हाइ स्कूल और प्राथमिक माध्यमिक मिलाकर अभी तक मात्र 442 रखे गए अतिथि शिक्षक

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कटनी

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Balmeek Pandey

Aug 08, 2018

Parents' interest in not allowing children to get free admission to private schools

Parents' interest in not allowing children to get free admission to private schools

कटनी. जिले के प्राथमिक में 8 हजार 119, माध्यमिक शाला में 58 हजार 235, हाइस्कूल व हॉयर सेकेंडरी मिलाकर 40 हजार से अधिक बच्चों का भविष्य बगैर शिक्षकों के गढ़ा जा रहा है। आलम यह है कि जिले में अभी भी 2 हजार 42 शिक्षकों के पद खाली हैं। शिक्षा विभाग का दावा होता है कि वे अतिथि शिक्षक रखकर उनकी कमी को पूरा कर रहे हैं, लेकिन उनका भी आलम यह है शैक्षणिक सत्र 2018-19 का लगभग दो माह का समय बीतने को है, लेकिन अभी तक विभाग के आंकड़ों की मानें तो मात्र 442 अतिथि शिक्षक ही रखे गए हैं जबकि एक अगस्त से 3 हजार 59 अतिथि शिक्षकों की भर्ती हो जाना था। इससे साफ जाहिर हो रहा है कि जिले के सरकारी स्कूल में पढऩे वाले देश के बच्चों का भविष्य कैसे संवारा जा रहा है। इस ओर न तो शिक्षा शिक्षा अधिकारी का ध्यान है और ना ही जिला प्रशासन का। कई स्कूल अब भी ऐसे हैं जहां पर अभी तक एक भी शिक्षक नहीं हैं। बच्चे स्कूल पढ़ते पहुंचते हैं, लेकिन शिक्षक न होने की दशा में शाम को बस्ता लेकर वापस लौट जाते हैं। इसका नमूना बरही के जगुआ व ढीमरखेड़ा के मॉडल स्कूल में सामने भी आ चुका है, विद्यार्थियों को खुद सड़कों पर उतरकर बताना पड़ा कि दो माह कक्षाएं नहीं लग रहीं। नियम के अनुसार हायर सेकेंडरी में 11 पद वर्ग 1 और 6 अन्य पद मिलाकर 18 स्टॉफ, हाइ स्कूल में 6 वर्ग 1 सहित अन्य 5 को मिलाकर 11 पद होने चाहिए, लेकिन जिले के किसी भी स्कूल में पर्याप्त स्टॉफ नहीं हैं।

1 अगस्त से शुरू हो जाना था पढ़ाई
जिले के प्रथमिक, माध्यमिक, हाइस्कूल व हॉयर सेकेंडरी स्कूल में अतिथि शिक्षकों के भरोसे पढ़ाई का कोरम पूरा कराना है, 1 अगस्त तक 3 हजार 59 शिक्षक रखे जाने थे, जो महज 442 ही रखे गए हैं। वह भी पूरा नहीं हुआ। शिक्षा विभाग के हॉयर सेकंडरी स्कूल में 943 अतिथि शिक्षक रखे जाने हैं जिनमें से अभी तक 208 की ही भर्ती हो पाई है। हाइस्कूल में 616 के एवज में मात्र 135 ही रखे जा सके हैं। यही हॉल मिडिल और प्रायमरी का भी है। मिडिल में 1257 गेस्ट टीचर रखे जाने हैं जिनमें से 83 और प्राथमिक में 241 में से 16 अतिथि शिक्षकों की ही भर्ती हो पाई है।

ऑनलाइन भर्ती के फेर में उलझी प्रक्रिया
बताया जा रहा है कि अतिथि शिक्षकों की भर्ती ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत हो रही है। यदि एक स्कूल में एक अभ्यर्थी का आवेदन कैंसिल होता है तो वह अभ्यर्थी जिन-जिन स्कूलों में आवेदन किया है वहां से आवेदन कैंसिल हो जा रहा है। अतिथि शिक्षकों की भर्ती में सहमति, असहमति, अनुपस्थिति, रिजेक्ट सहित 5 पैरामीटर पर चल रही काउंसलिंग के चलते अभी तक भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई।

यह है जिले में रिक्त शिक्षकों की स्थिति
संवर्ग प्राथमिक माध्यमिक हाइस्कूल हा.सेकेंडरी रिक्त पद
व्याख्याता 00 00 00 76 41
शिक्षका 00 367 00 185 115
संविदा वर्ग 1 00 00 121 416 535
संविदा वर्ग 2 00 1101 190 121 1291
संविदा वर्ग 3 590 00 00 00 263

इनका कहना है
जिले के प्रथमिक, माध्यमिक सहित हाइस्कूल व हायर सेकेंडरी स्कूलों में शिक्षकों की कमी बनी हुई है। अतिथि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया चल रहा है। अभी तक 442 की भर्ती हो चुकी है। ऑनलाइन भर्ती प्रक्रिया के साथ डाटा फीडिंग का काम चल रहा है। शीघ्र ही अतिथि शिक्षकों की व्यवस्था कर ली जाएगी।
आरएस पटेल, उप संचालक शिक्षा।