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कलेक्ट्रेट के सामने बिल्डर को बिजली कनेक्शन में टूटे नियम, सरकार को 3 करोड़ रूपये का नुकसान!

132 केवीए शांतिनगर से कनेक्शन जोडऩे के बजाए पुरानी सप्लाई 33/11 केवी विद्युत लाइन से दे दी सप्लाई, अब शिकायत वापस लेने दबाव बना रहे अधिकारी.

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कटनी. कलेक्ट्रेट के सामने निजी एनक्लेव व मॉल को बिजली कनेक्शन देने में विद्युत विभाग के अफसरों ने जमकर मनमानी की। इससे सरकार को राजस्व में तीन करोड़ रूपये नुकसान की बात कहते हुए पूरे मामले की जांच करवाए जाने की मांग की गई है। मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के सीएमडी और चीफ इंजीनियर से शिकायत में स्थानीय नागरिक राजेश नायक सौरभ ने आरोप लगाया कि निजी एनक्लेव व मॉल को उच्च दाब विद्युत कनेक्शन पूर्व से स्थापित 33/11 केवी विद्युत लाइन से जोड़कर चालू किया गया, जबकि यह कनेक्शन लोड क्षमता के अनुसार 132 केवीए क्षमता शांतिनगर स्थित ट्रांसफार्मर से जोड़ा जाना था।

बिजली विभाग के अफसरों की इस मनमानी से तीन करोड़ रूपये राजस्व क्षति हुई। इस शिकायत के बाद बिजली विभाग में हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि कटनी के अफसरों की जबलपुर में पेशी हो चुकी है और शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है।

इस संबंध मेंं बिजली विभाग के शहर डीइ विकास सिंह का कहना है कि शिकायत निराधार है। नियमों का पालन कर कनेक्शन दिया जा रहा है। जिस फीडर से कनेक्शन दिया है उसमें से दिया जा सकता है। खंभे का काम चल रहा है। इसलिए गहराई व अन्य बातों को ध्यान रखा जा रहा है।

बिजली अफसरों की मनमानी के ये भी उदाहरण
- कनेक्शन देने में वोल्टेज रेग्युलेशन सर्टिफिकेट जनरेट किए बिना ही प्रकरण स्वीकृत किया गया।
- कार्य में स्टे वायर, स्टे राड, वीक्रास अत्यंत निम्न गुणवत्ता के लगाए गए हैं। थोड़ी सी आंधी के बाद इनके गिरने से भविष्य में दुघर्टना की आशंका जताई जा रही है।
- एसीसी कंपनी को सप्लाई के लिए स्वीकृत फीडर से एनक्लेव मॉल का कनेक्शन दिया गया।
- कार्य के दौरान 37 किलो प्रति मीटर वजन विद्युत पेाल के बजाए 29.500 किलोग्राम प्रतिमीटर वजन का इस्तेमाल किया गया।
- विद्युत पोल लगाने के दौरान 6.50 फुट गड्डे के बजाए 4.50 फुट में काम चलाया गया। सीमेंट क्रांक्रीट उपयोग में भी मानको का पालन नहीं किया गया।