ये लगाया था आरोप
पार्षद का कहना है कि वे लगातार महापौर, आयुक्त व प्रशासक को इस बात की जानकारी दे रहे हैं कि उनके वार्ड में पदस्थ इंजीनियर विकास कार्यों के स्टीमेट नहीं बना रहे हैं। उन्हें सबसे कम बजट दिया गया है। उनके वार्ड की उपेक्षा की जा रही है और उसके चलते वे परेशान हैं।
इनका कहना है…
पार्षद यादव के वार्ड में पिछले तीन वर्ष जितने काम हुए हैं, उतने कई भाजपा पार्षदों के वार्ड में नहीं हुए। भविष्य में आ रहे चुनाव को लेकर टीआरपी बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। परिषद की बैठक में पुलिस की सुरक्षा मांगी जाती रही है लेकिन पिछली दो तीन बैठकों से पुलिसकर्मी नहीं भेजे जा रहे हैं।
संतोष शुक्ला, नगर निगम अध्यक्ष