
complexes running in the basement
कटनी. राजधानी दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में संचालित होने वाले आइएएस स्टडी कोचिंग सेंटर में भयानक हादसा होने के बाद भी नगर निगम प्रशासन, जिला प्रशासन व पुलिस-प्रशासन नहीं चेता है। शहर में बेखौफ मनमाने तरीके से बेसमेंट में कारोबार संचालित हो रहा है। शहर से लकर उपनगरीय क्षेत्र में मनमानी जारी है। बेसमेंट में शोरूप से लेकर दुकानें चल रही हैं, जहां पर थोक से लेकर रिटेल कारोबार हो रहा है। सुरक्षा से खुला खिलवाड़ हो रहा है, बावजूद इसके अबतक जांच और कार्रवाई शुरू नहीं हुई है। नगर निगम प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है। जनप्रतिनिधियों को भी जनता की सुरक्षा से कोई सराकार नहीं है।
नगर निगम को करनी चाहिए यह कार्यवाही
बेसमेंट के व्यावसायिक उपयोग के लिए स्पष्ट नियम और मानक तय करना चाहिए। यहां पर उचित वेंटिलेशन, सुरक्षा उपाय और आग सुरक्षा मानक का पालन आवश्यक है। बेसमेंट में व्यावसायिक गतिविधियों के संचालन की निगरानी और नियमित निरीक्षण सुनिश्चित करना चाहिए ताकि सुरक्षा मानक पूरे किए जा सकें। दुकानदारों को नियमों और सुरक्षा मानकों के प्रति जागरुक करना चाहिए और उन्हें पालन करने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
बेसमेंट का सिर्फ यह हो सकता है उपयोग
बेसमेंट का उपयोग सामान रखने के लिए बतौर गोदाम के तौर पर उपयोग किया जा सकता है। क्लब, जिम या रेस्टोरेंट का उपयोग विशेष रूप से डिजाइन किए गए बेसमेंट में ही हो सकता है। वह भी जो ढलान में हो, इसके अलावा वाहन पार्किंग के लिए इस्तेमाल हो सकता है। लॉजिस्टिक और सर्विस एरिया के लिए यह स्थान नियत किया जा सकता है।
पहले स्थिति नहीं थी स्पष्ट, अब स्पष्ट फिर भी नहीं कार्रवाई
बाद में बेसमेंट का उपयोग पार्किंग के लिए अज्वलनीशल पदार्थों के भंडारण के लिए, स्टोर के लिए हो सकता है, साथ में यह भी आया कि जमीन का आकार ऐसा है कि रोड के नीचे ढलान में है तो वह बेसमेंट के दायरे में नहीं आएगा। दुकान की अनुमति नहीं हो सकती, फिर भी कार्रवाई नहीं हो रही। भूमि विकास नियम 2012 के प्रावधान के तहत बिल्डिंग निर्माण की अनुमति देते समय ही शर्तें बताई जाती हैं, इसके बाद भी नियमों का पालन नहीं हो रहा।
शहर में इन स्थानों पर चल रही मनमानी
स्टेशन चौराहा में मनमानी
स्टेशन चौराहा स्थित कॉम्पलेक्स में बेसमेंट में नियमों को ताक में रखकर दर्जनों दुकानें संचालित हो रही हैं। यहां पर जनरल स्टोर्स, कपड़े, क्रॉकरी, कॉसमेटिक सहित अन्य सामग्रियों का फुटकर और होलसेल कारोबार हो रहा है। यहां पर सुरक्षा के भी कोई पुख्ता इंतजाम नहीं हैं।
बैंक के नीचे मनमानी
यह तस्वीर सुभाष चौक से विश्वकर्मा पार्क की ओर जाने वाले मार्ग स्थित इलाहाबाद बैंक के नीचे की हैं। यहां पर भी बेसमेंट में नियमों को धता बताते हुए दुकानों का संचालन हो रहा है। यहां पर थोक और फुटकर का कारोबार जमकर चल रहा है। नियमों की धज्जियां उड़ रहीं हैं, लेकिन जिम्मेदारों को कोई सरोकार नहीं है।
गर्ग चौराहा में भी नियमों की अनदेखी
गर्ग चौराहा में बने शॉपिंग कॉम्पलेक्स में भी नियमों की अनदेखी हो रही है। यहां पर भी बेसमेंट में दुकानें बनाई गई हैं, जहां पर कारोबार हो रहा है। बेसमेंट में बनी दुकान में बाल काटने आदि का काम चल रहा है। यहां पर भी नियमों का पालन नहीं हो रहा, लेकिन जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे।
बेसमेंट में चल रहीं दुकानें
यह तस्वीर शहर के मुख्य मार्ग स्थित दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर के सामने वाली गली की है। यहां पर स्थित शॉपिंग कॉम्पलेक्स के बेसमेंट में दुकानें सज रहीं हैं। लगभग एक दर्जन दुकानें यहां पर खुली हुई हैं। कारोबारियों द्वारा सुरक्षा को ताक में रखते हुए नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, लेकिन जिम्मेदार बेपरवाह बने हुए हैं।
इन स्थानों पर चले रहे बेसमेंट में भी मनमानी
वर्जन
बेसमेंट में दुकान व अन्य कारोबार संचालन को लेकर जांच कराई जानी है। इस संबंध में शासन से एक गाइड लाइन जारी होना है, उसी के आधार पर जांच कार्रवाई होनी है। शीघ्र ही इस दिशा में आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। सुरक्षा व संरक्षा को लेकर पहल कराई जाएगी, ताकि कोई घटना न हो।
पवन अहिरवार, प्रभारी आयुक्त नगर निगम।
Updated on:
05 Aug 2024 09:54 pm
Published on:
05 Aug 2024 09:53 pm
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