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Video: दीपों की रोशनी से मिटा तिमिर, जगमगाया अंबर, इस जिले में धूमधाम से मनाई गई दीपावली

दीपावली का पर्व रविवार को जिलेभर में धूमधाम से मनाया गया। पारंपरिक, श्रद्धा और उल्लास में रंगकर लोगों ने त्योहार को मनाया। लोगों ने अपने घरों को आकर्षक ढंग से सजाया। शाम को घर-आंगन में रंगोली, चौक डालकर सजाया। शाम को घरों में माता लक्ष्मी और गणेश की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की।

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कटनी

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Balmeek Pandey

Oct 29, 2019

Deepawali celebrated with great pomp in Katni district

Deepawali celebrated with great pomp in Katni district

कटनी. दीपावली का पर्व रविवार को जिलेभर में धूमधाम से मनाया गया। पारंपरिक, श्रद्धा और उल्लास में रंगकर लोगों ने त्योहार को मनाया। लोगों ने अपने घरों को आकर्षक ढंग से सजाया। शाम को घर-आंगन में रंगोली, चौक डालकर सजाया। शाम को घरों में माता लक्ष्मी और गणेश की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। हवन आरती के बाद प्रसाद का वितरण किया। वहीं बच्चों व युवाओं ने पटाखे फोड़कर पर्व को सेलीब्रेट किया। लोगों ने मित्रों व रिश्तेदारों में मिठाइयां बांटकर उत्साह के साथ त्योहार मनाया। गिले-शिकवे मिटाकर एक दूसरे को पर्व की बधाई दी। इस अवसर पर घरों को खासढंग से सजाया गया और दीपक आलोकित किए गए। अमावस्या की कालीरात में जब एक साथ लाखों दीपक जले तो गगन से अंधियारा दूर हो गया और अंबर दीपों की रोशनी से जगमगा उठा। रात में जमकर अतिशबाजी हुई और दीप व इलेक्ट्रिकल झालरें झिलमिलाई, जिससे अमावस्या की रात चमकती हुई नजर आई। पैराशूट, आसमान पर शॉट्स के फूटने के बाद शतरंगी नजारा, अनारदानों का प्रकाश, फुलझडिय़ों की रोशनी ने बच्चों के उत्साह और उमंग को कई गुना बढ़ाया। लोगों ने मंदिरों और घरों में धन की देवी मां लक्ष्मी और रिद्धि-सिद्धि के स्वामी भगवान गणेश की पूजा अर्चना करते हुए सुख-समृद्धि के लिए मंगल कामना की। शहर के प्रतिष्ठानों में दीपावली की देररात व परीवा पर विशेष पूजन का दौर चला। वेदपाठी ब्राम्हणों की उपस्थिति में वैदिक मंत्राच्चार के साथ पूजा हुई। व्यापारियों ने साफ-सफाई के बाद मां लक्ष्मी-गणेश सहित धन के देवता कुबेर की आराधना कर खात व बही की पूजा-अर्चना की। इसके अलावा शहर की बड़े-बड़े उद्योगों व प्रतिष्ठानों में भी पूजन किया गया। इस मौके पर कर्मचारियों के साथ लोगों ने पर्व सेलीब्रेट करने के बाद उपहार आदि का वितरण किया।

रंगोलियों से सजे घर-आंगन
पर्व में रंगोली को लेकर भी महिलाओं और युवतियों में खासा उत्साह दिखा। घर-आंगन व बाहर युवतियों ने खासी आकर्षक रंगोली बनाई। खास बात यह रही कि इस बार रंगोली का ट्रेंड स्वच्छता, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, महिला सशक्तिकरण, उच्च शिक्षा, मम्मी-पापा से प्रेम सहित सीनरी का क्रेज दिखा। गुरुनानक वार्ड खुराना गली में अपेक्षित तिवारी, यश बडग़ैंया, वेदांत शर्मा, लकी मूलचंदानी, अमन डोडानी, ईशू आदि ने रंगोली बनाई। वहीं शहर में बेसिक व ट्रेशिनल रंगोली के अलावा रियल स्टिक, लेड स्किप में भी गल्र्स व युवाओं ने हुनरमंदी दिखाई।

मंदिरों में उमड़ी भीड़
दीपावली पर्व को लेकर शहर के मंदिरों में मेले जैसा माहौल रहा। शहर के प्रमुख शक्तिपीठ मां जालपा मढिय़ा सहित शीतला माता मंदिर नई बस्ती, दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर स्टेशन रोड, कटायेघाट हनुमान मंदिर, काली मंदिर शहीद द्वार, शनि मंदिर हीरागंज, काली मंदिर घंटाघर, खेर व संतोषी माता मंदिर झंडाबाजार, लक्ष्मीनारायण मंदिर शेर चौक, आदिशक्ति मंदिर गाटरघाट, जगन्नाथ मंदिर, दुर्गा मंदिर चंडिका नगर, मरही माता मंदिर बावली टोला, भूमि प्रकट शारदा मंदिर बरगवां, विश्राम बाबा मंदिर, भोलेशंकर मंदिर माधवनगर, रंगनाथ मंदिर रंगनाथ नगर, मधई मंदिर विश्वकर्मा पार्क, गणेश मंदिर गणेश चौक, खेर माता मंदिर खिरहनी, सत्यनारायण मंदिर मस्तराम अखाड़ा सहित सभी मंदिरों में पूजन के लिए श्रद्धालु पहुंचे।

सोशल मीडिया में दिखा क्रेज
पर्व की धूम सबसे ज्यादा सोशल मीडिया में दिखी। वहीं व्हाट्सएप, फेसबुक और ट्वीटर, इंस्टाग्राम पर दीपावली की शुभकामनाओं के संदेशों की बाढ़ रही। एक ओर जहां पूजन के बाद छोटों ने बड़ों से आशीर्वाद प्राप्त किया तो वहीं बड़ों ने भी खूब आशीष लुटाया। इसके साथ ही लोगों ने गिले-शिकवे मिटाकर लोगों को पर्व की बधाईयां दी। लोगों ने पूजन, रंगोली, साज-सज्जा, आतिशबाजी, आशीर्वाद आदि की सेल्फी, ग्रूफी व फोटोज सोशल मीडिया में भेजकर पर्व सेलीब्रेट किया। इसके साथ ही वीडियो कॉलिंग व मैसेज से पर्व की खुशी बांटी। जमकर लाइक भी बटोरे।

गोबर के बनाये गोवर्धन, किया विशेष पूजन
कार्तिक अमावस्या के दूसरे दिन परीवा को गोवर्धन महाराज की विशेष पूजा की गई। इसी क्रम में शहर से लेकर गांव-गांव तक गोवर्धन बब्बा की विशेष अराधना की गई। गोबर से महराज गोवर्धन की आकृति बनाई। इसके अलावा ग्वाल, सहेली, बछड़ा, पूरा परिवार बनाकर किया पूजन गया। हल्दी, चावल, पुष्प, नैवेद्य आदि अर्पित किये गए। हवन करने के बाद आरती की गई और भोग प्रसाद अर्पण किया गया। पूजन के बारे में नीतू गुप्ता ने बताया कि कृष्ण जी की आरती कर परिवार में सुख-समृद्धि की कामना की गई। उन्होंने बताया कि ऐसी मान्यता है कि जैसे द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण ने एक अंगुली में गोवर्धन पर्वत को उठाकर वृंदावन का कष्ट हरा था। ऐसा माना जाता है कि इनकी पूजा करने से ये सभी का कष्ट हरते हैं। गोवर्धन पूजा नई बस्ती, शेर चौक, गुरुनाक वार्ड, पुरानी बस्ती, आदर्श कॉलोनी, झिंझरी, कुठला सहित बड़वारा, बरही, कैमोर, विजयराघवगढ़, कन्हवारा, रीठी, बडग़ांव, सलैया, बाकल, स्लीमनाबाद, पिपरिया सहलावन, उमरियापान, ढीमरखेड़ा क्षेत्र के गांव-गांव हुई।

देहरी पर गड़ाई रक्षा के लिए कील
बहोरीबंद क्षेत्र के सिहुंडी बसेड़ी गांव में आज भी पुरानी परंपरा जारी है। घर-घर विश्वकर्मा समाज के लोग पहुंचे और रक्षा के लिए देरही पर कील गड़ाई। इसके बदले लोगों ने उपहार में अनाज आदि भेंट किए। लोगों की मान्यता है कि कील ठोकने से साल भर किसी भी तरह की आपत्ति व बाधाएं नहीं आतीं। बैजनाथ विश्वकर्मा ने बताया कि यह परंपरा पचासी साल से गांव में देख रहे हैं। उनके पिता पहले यह काम करते हैं अब वह 55 साल से कर हैं।

दीवाली नृत्य पर झूमे ग्वाल...
कटनी. तुलसी बिरबा बाग में, सीचत में कुम्हलाय, राम भरोसे जे रहें, पर्वत में हरियाय, राम नाम सब कोई कहें, दशरथ कहे ने कोय, एक बार दशरथ कहे कोटि यज्ञ फल होय..., इस सुमधुर चौपाईयों की टेर, मादल की थाप से ग्वालों ने दीपावली के दूसरे दिन प्रतिपदा के अवसर पर दीवाली नृत्य की प्रस्तुति दी। यह नजारा जिले के कई गांवों में रहा। बड़वारा क्षेत्र के ग्राम लखाखेरा में भी दीवारी नृत्य किया गया। जहां पर ग्वाल टोलियों ने एक से बढ़कर एक चौपाई में दीवाली नृत्य किया। इस मौके पर पहले गौवंश की रक्षा व गांव की खुशहाली के लिए गौरैया बाबा का पूजन हुआ। एक दिन पहले छाहुर से घर-घर जाकर लोगों को जगाया। वहीं गौधूली बेला पर गौवंश की रक्षा के लिए विशेष पूजन किया गया। तदोपरांत गाय की पूजा कर सुख-समृद्धि की कामना की गई।

यहां भी लोगों को जगाया
बहोरीबंद क्षेत्र के ग्राम बसेड़ी में घर-घर जाकर लोगों को जगाने का काम किया गया। बांस के डंडे में मयूरी का पौधा और तुलसी के डालिया और फूल बांधकर हर घर में जाकर गौ माता के गोबर से बनाई हुई गोवर्धन मूर्ति को दूध आदि से नहला कर प्रसाद अर्पित किया गया। जगदीश, शेख लाल आदि ने बताया कि ढोल-नगाड़ा, थाली बजाकर उठाते हैं और लोगों के यहां सुख-समृद्धि की कामना करते हैं।

पिपरिया सहलावन में रही धूम
पिपरियासहलावन में दीपावली का त्योहार क्षेत्र में बड़ी धूमधाम से मनाया गया। युवतियों और महिलाओं ने विभिन्न रंगों से घर-आंगन में रंगोली सजाकर घरों की रौनक में चार चांद लगाए। रात में दीपक जलाकर पूजा अर्चना की।

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धूमधाम से मनाया गया दीपोत्सव पर्व
नगर बडग़ांव सहित आसपास के क्षेत्रों में प्रकाश और रोशनी का पर्व दीपावली धूमधाम से मनाया गया। कुछ लोगों ने रविवार रात में दीपावली की पूजा की तो कुछ लोगों ने सोमवार सुबह दीपावली पर्व को मनाया। जैन धर्म के अनुसार आज ही के दिन अंतिम चौबीसवें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी ने निर्वाण प्राप्त किया था। भगवान श्री राम के अयोध्या वापस लौटने तथा भगवान महावीर स्वामी के निर्वाण कल्याणक की खुशी में जैन समाज के लोग दीपावली पर्व को मनाते हैं। बडग़ांव स्थित दिगम्बर जैन चैत्यालय में आकषर्क रंगोली सजाई गई तथा सोमवार सुबह 4 बजे से विशेष मंत्र का जाप प्रारंभ किया गया। विशेष पूजा के बाद दीप जलाए गए। इस तरह श्री 1008 चंद्र प्रभु दिगम्बर जैन मंदिर बडग़ांव में भी सुबह भगवान महावीर स्वामी के निर्वाणोत्सव के पर्व दीवाली पर निर्वाण लाडू चढ़ाये गये तथा विशेष पूजन के साथ मंदिर में दीप जलाकर दीपावली पर्व मनाया गया।

ग्वालों को नहीं मिला दीपावली में धान का दान
ढीमरखेड़ा तहसील क्षेत्र में दीपावली का त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। ग्वाल प्रत्येक घर को जगाते हैं, जिसमें घर मालिक के द्वारा ग्वाल बाबा को धान का दान दिया जाता है। इस वर्ष तहसील क्षेत्र के किसानों की धान की फसल बारिश के चलते नहीं कट पाई। ग्राम इटौली के रत्ती ग्वाल ने बताया कि हमारे पूर्वज भी तकरीबन सौ वर्षों से दीपावली की रात्रि घर जगाने का काम करते थे, उन्हीं को देखते हुए हम और आस-पास के गांव में भीग ग्वालों के द्वारा घर जगाया जाता है। पहली बार ऐसा हुआ जब घर जगाई के बदले किसानों के द्वारा धान का दान नहीं किया।

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सैनिकों के सम्मान में किया दीपदान
ढीमरखेड़ा क्षेत्र के ग्राम सिलौंड़ी में युवाओं ने अलग ही अंदाज में दीपावली मनाई। दीवाली देश की सुरक्षा के दौरान शहीद हुए जवान व सुरक्षा में डटे जवानों के सम्मान में मनाई। सिलौड़ी के शिव चौक में बड़ी संख्या में दीपक जलाकर दीपों से आर्मी का आकृति बनाकर दीपावली मनाई। इस दौरान रवि अवस्थी, राजकुमार अहिरवार, सौरभ सेन, अरुण राय, भोला दाहिया, जितेंद्र साहू, मोहित साहू, सनिल हल्दकार, विनीत हल्दकार आदि मौजूद रहे।

...यहां शहीदों को किया नमन
बरही में दीपावली के पावन अवसर पर बरही में देश की सुरक्षा में शहीद हुए जवानों को याद किया गया। शहीदों के सम्मान में उन्हें याद करते हुए रॉयल ग्रुप बरही ने बस स्टैंड चौराहे पर एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम का आयोजन किया। यहां पर 152 दीप प्रज्वलित कर शहीदों का स्मरण किया। इस दौरान राहुल राज सोनी, नंदन अग्रवाल, रजनीश सोनी, चाहत सोनी, अंबुज द्विवेदी, सौरभ, शिवांशु गुप्ता, अनुराग मंगलानी, अंबिका राय, विनोद तोमर, मुकेश, हिमांशु सोनी, अभिषेक चतुर्वेदी, सत्यम गुप्ता, प्रतीक सोनी, अजीत सोनी, पवन राय, पारस गुप्ता, राज गुप्ता आदि उपस्थिति रही।