
GRP police's third degree torture case
कटनी. जीआरपी थाने में महिला और उसके नाबालिग पोते के साथ किए गए थर्ड डिग्री टॉर्चर ने पुलिस की निर्दयता को सामने लाकर रख दिया है। टीआई के चेम्बर का महिला के ऊपर लाठी-ठंडा से प्रहार, बाल पकडकऱ पटकने, पोते की बेरहम पिटाई का वीडियो सामने आने के बाद अब जांच का खेल चल रहा है। हालांकि 24 घंटे बाद भी जीआरपी ने एफआइआर दर्ज नहीं की है। अफसरान दोषी स्टॉफ को बचाने में जुटे हैं!
सीएम का बयान
उल्लेखनीय है कि घटना सामने आने के बाद गुरुवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी सैकड़ों कार्यकताओं के साथ पीडि़ता के घर पहुंचे। पीडि़ता से पूछा कि क्या चाहती हैं तो उन्होंने कहा कि मुझे न्याय चाहिये। दोषियों पर एफआइआर हो, मेरी सुरक्षा हो। जीतू पटवारी महिला के साथ रंगनाथ नगर थाने पहुंचे। चार घंटे तक एफआइआर के लिए अनशन किया। एसपी से बात की। एसपी अभिजीत रंजन पर गंभीर आरोपी मढ़े। तीन घंटे बाद एएसपी पहुंचे, तब जाकर रोजनामचा व साना का कार्रवाई हुई, लेकिन जीआरपी ने एफआइआर दर्ज नहीं की।
इनके साथ जीआरपी की थर्ड डिग्री
आपको बता दें कि एक साल पहले जीआरपी टीआई अरुणा वाहने सहित प्रधान आरक्षक अजय श्रीवास्तव, आरक्षक शोएब अब्बासी, आरक्षक सलमान खान, आरक्षक ओमकार सिरसाम, महिला आरक्षक वर्षा दुबे द्वारा फारेस्टर वार्ड निवासी व उसके नाबालिग पोते के साथ थर्ड डिग्री टॉर्चर किया गया है। रुह कंपा देने वाला सीसीटीवी वीडियो सामने आया है, जिससे मानवता शर्मशार हुई है। इन दोनों को जीआरपी ने किस गुनाह की सजा दी है, अबतक नहीं बता पाई है। जीआरपी ने महिला के बेटे को चोरी के मामले में आरोपी बनाया है। बताया जा रहा है कि उसकी गिरफ्तारी के लिए आरोपी की मां व बेटे को कसूरवार समझा और बर्बरता की है।
सील खोलकर की गई चेम्बर की जांच
जीआरपी थाना प्रभारी अरुणा वाहने का चेम्बर गुरुवार को सील कर दिया गया था। एसआरपी शिमाला प्रसाद के पहुंचने पर चेम्बर शुक्रवार को खोला गया और यहां पर सीसीटीवी सर्वर आदि की जांच की गई। चेम्बर के हुलिये आदि को रिकॉर्ड किया गया है, जिसे जांच के तथ्य में शामिल किया जा रहा है।
लिए गए कथन
महिला के साथ हुई बर्बरता के मामले में जांच चल रही है। डीआइजी मोनिका शुक्ला के द्वारा अलग-अलग तथ्यों पर मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। पीडि़ता व नाबालिग 15 वर्षीय पोते के कथन लिए हैं। हर बिंदु पर मामले की जांच पंजीबद्ध किए हैं।
अन्याय पर सरकार करेगी कड़ी कार्रवाई:सीएम
इस मामले के संज्ञान में आने के बाद सरकार भी एक्शन मोड में है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि जीआरपी थाना कटनी में एक व्यक्ति से दुव्र्यवहार का एक वर्ष पुराना वीडियो दो दिन पहले प्रकाश में आया था। मैंने तत्काल मामले को संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई के आदेश दिए हैं। प्रदेश की कानून सम्मत व्यवस्था में सभी अपनी मर्यादा में रहें। किसी भी व्यक्ति के साथ अन्याय पर सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी। यह बात सीएम ने एक्स पर कही है।
रातभर मुझे व पोते को बेरहमी पूर्वक पीटा, पोते को लटकाया
फारेस्टर वार्ड झर्रा टिकुरिया निवासी पीडि़ता ने रंगनाथ नगर थाने में की गई शिकायत में बताया कि वह अनुसूचित जाति की है। 29 अक्टूबर 2023 को जीआरपी थाना कटनी के पुलिस वाले घर आए और जबरजस्ती अपने साथ मुझे और मेरे नाती को जीआरपी थाने ले गए। थानेदार अरुणा मेडम एंव अन्य पुलिस वाले अजय श्रीवास्तव, शोएब अब्बासी, सलमान खान, ओमकार सिरसाम, वर्षा दुबे द्वारा जीआरपी थाना प्रभारी कक्ष के अंदर दरवाजा बंद करके मुझे रातभर पूरे शरीर में लाठियों से मारा और मेरे बाल पकडकऱ कई बार जमीन में पटका। सभी मुझे व पोते को अभद्र गालियां देते रहे। दोनों को रातभर जीआरपी में बंद करके रातभर मारा। फिर दूसरे दिन सुबह मुझे तहसील कचहरी ले जाकर छोड़ा। ये लोग मुझे और मेरे नाती को जान से मारने की धमकी दे रहे थे। मेरा पोता नाबालिक है, उसे भी उल्टा लटकाकर बहुत मारा। उन्होंने मुझे धमकी दी की कहीं शिकायत मत करना। रिपोर्ट मत लिखाना नही तो और मारेंगे मारपीट का वीडियो भी सोशल मीडिया में चला है।
हमने तो भेजा दिया है साना
गुरुवार को रंगनाथ नगर का घेराव पीडि़त के परिजनों व कांग्रेस द्वारा करने पर पुलिस ने पीडि़ता की शिकायत पर रोजनामचा रिपोर्ट, साना तो तैयार है, लेकिन अबतक एफआइआर नहीं हुई है। इस मामले को लेकर रंगनाथ नगर थाना प्रभारी नवीन नामदेव का कहना है कि महिला की शिकायत पर थाने में रोजनामचा रिपोर्ट डालकर साना जीआरपी के लिए भेज दिया गया है। इसी के आधार पर ही एफआरआर जीआरपी को करनी है।
वर्जन
जांच में एफआइआर के लायक कोई तथ्य सामने आएंगे तो एफआइआर हो जाएगी। महिला का कहना है कि अस्पताल गई थी, तो उसकी जांच होगी। डॉक्टर के कथन होंगे कि किस प्रकार की चोटें थी, उसी आधार पर निर्णय लिया जाएगा। जांच पूरी होने के बाद ही कार्रवाई होगी। डीआइजी जांच कर रही हैं। एफआइआर किन पर होगी, कितने लोगों पर होगी यह जांच के बाद ही तय होगा। मुझे जांच में जो निर्देश दिए जाएंगे, वहीं होगा। मेरे पास यह जांच नहीं आई है। हम स्टॉफ को नहीं बचा रहे हैं। तत्काल निलंबित कर दिया है। एफआइआर के लिए हमारे पास आवेदन नहीं दिया है। रंगनाथ नगर थाने में किया है। कथन जो रंगनाथ नगर थाने में किया है, वे जांच में शामिल किए गए हैं। जांच पूरी होने तक इंतजार करना पड़ेगा।
शिमाला प्रसाद, एसआरपी।
Published on:
31 Aug 2024 08:57 pm
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