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बिजली के इंतजार में नया औद्योगिक क्षेत्र, चार माह बाद होगा प्लांटों को आवंटन

Industries are not being set up in Takhala village

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कटनी

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Balmeek Pandey

Sep 27, 2024

Industries are not being set up in Takhala village

Industries are not being set up in Takhala village

टिकरिया तखला में विकसित किया जा रहा नया औद्योगिक क्षेत्र, बिजली का कार्य प्रक्रियाधीन, 86 प्लाटों की हो सकेगी स्थापना

कटनी. उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए जिले के निवार के समीप टिकरिया तखला में 19.52 हेक्टेयर क्षेत्र में नया औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जा रहा है। हालांकि सडक़-नाली सहित अन्य जरूरी कार्य होने के बाद अब यहां बिजली का इंतजार हो रहा है। बिजली पहुंचने के बाद औद्योगिक क्षेत्र को विकसित करने के सभी कार्य पूरे हो सकेंगे और करीब चार माह बाद से औद्योगिक इकाइयों के लिए प्लाट का आवंटन शुरू हो सकेगा। जानकारी के अनुसार ग्राम तखला में खसरा नं. 101 में उद्योग विभाग द्वारा 19.52 हेक्टेयर रकबे में औद्योगिक क्षेत्र के विकास की योजना बनाई गई थी। 2018 में योजना को मंजूरी भी मिली और स्वीकृति मिलने के बाद औद्योगिक केंद्र विकास निगम द्वारा अधोसंरचना पर कार्य भी शुरू करा दिया गया था। पहले चरण में सडक़, प्लाटिंग, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं का विस्तार होना था, लेकिन अब बिजली की व्यवस्था न हो पाने के कारण इकाई स्थापना की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई। यहां पर इंडस्ट्री विकास के लिए 15.42, रोड के लिए 2.48 और कमर्शियल सहित अन्य प्रयोजन के लिए 1.62 हेक्टेयर जमीन चिन्हित की गई है। यहां सभी 86 प्लाटों में अधोसंरचना विकास कार्य जारी है। इस नये विकसित हो रहे औद्योगिक क्षेत्र में केवल एमएसएमई के दायरे में आने वाली इकाइयों के ही उद्यम ही चलेंगे।

औद्योगिक क्षेत्र में यह मिलेगा प्रोत्साहन
उद्योग के संयंत्र, मशीनरी और भवन निर्माण के लिए निवेश का 40 प्रतिशत तक उद्योग विकास सब्सिडी मिल सकेगी। गुणवत्ता प्रमाणन , ऊर्जा ऋण और पेटेंट व आइपीआर पंजीकरण प्रत्येक के लिए 25-25 लाख रुपए तक की सहायता राशि का प्रावधान है। वहीं एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट बनाने के लिए 2 करोड़ रुपए तक सहायता राशि का प्रावधान है।

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बीते साल इकाइयों से मिला 245 को रोजगार
जिले में वित्तीय वर्ष 2024-25 में नवीन विनिर्माण एमएसएमई इकाइयों की स्थापना पर 53.59 लाख रूपए का निवेश हुआ। इससे 245 लोगों को रोजगार मिला। अबतक जिले में सर्वाधिक 133 लोगों को राइस मिल और फिर दाल मिल से 35 व्यक्तियों को रोजगार मिला। प्लास्टिक उद्योग 15 व्यक्तियों के रोजगार का जरिया बना। इस अवधि में जिले में कुरकुरे निर्माण, कंटीले तार एवं कील निर्माण, पुट्टी प्लांट, थ्री डी पापड़, प्लास्टिक पाइप, मसाला उद्योग, मिनिरल्स एवं सेलोटेप निर्माण की इकाईयां स्थापित की गई है।

वर्जन
निवार से बिजली की लाइन लाई जा रही है, इसलिए वक्त लग रहा है। लाइन फिटिंग होने में अभी दो-तीनमाह का वक्त और लग सकता है, इसके बाद यहां पर कारोबारियों को प्लाट आवंटन की प्रक्रिया शुरू होगी। अन्य जरूरी कार्य पूर्ण कर दिए गए है।
रंजीत सिंह गौतम, सहायक प्रबंधक, उद्योग विभाग।