
ट्रंक्युलाइजर गन से बेहोश किया तेंदुआ, रेस्क्यू कर पिंजरे में किया बंद, देखें वीडियो
कटनी. वन परिक्षेत्र कटनी अंतर्गत कन्हवारा से पोड़ी मार्ग पर आरएफ-84 पोड़ी डैम के समीप जंगल विभाग की तार फेंसिंग में तेंदुआं फंसा है...। वह तारों से निकलने के लिए छटपटा रहा है, जमकर उछलकूद मचा रहा है, आसपास खेत भी लगे हैं और यह छूटा तो फिर गांव की तरफ आ जाएगा और किसी पर भी हमला कर सकता है...। यह खबर क्षेत्र में आग की तरह फैली। खबर लगते ही ग्रामीण भी डैम की ओर दौड़ लगा दी। सूचना बीटगार्ड सुरतजीत कुमार के पास पहुंची। तत्काल सुरजीत ने रेंजर लक्ष्मीनारायण चौधरी को खबर दी। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम सक्रिय हुई। रेंजर ने डीएफओ सहित अन्य अधिकारियों को जानकारी देते हुए टीम के साथ मौके पर पहुंचे। इधर सूचना विजयराघवगढ़ थाना प्रभारी विजय सिंह बघेल को दी गई। थाना प्रभारी ने भी डायल-100 को मौके पर रवाना किया। वन विभाग की टीम ने रेक्यू के लिए प्रयास शुरू किए।
जानकारी के अनुसार वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी पहले अपने हिसाब से तेंदुआ का रेस्क्यू करने में जुटे रहे, लेकिन संसाधन सहित एक्सपर्ट न होने के कारण सफलता हाथ नहीं लगी। सूचना पर 10.45 पर डीएफओ पहुंची। मौके का जायजा लिया। तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की और रेस्क्यू के लिए बांधवगढ़ नेशनल पार्क की टीम को सूचना देकर बुलाया। डीएफओ की सूचना पर छह सदस्यों की टीम आई।
वन परिक्षेत्र कटनी अंतर्गत कन्हवारा-पोड़ी के गांवों में शुक्रवार की सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब यह खबर फैली की डैम के ऊपर जंगल विभाग की फेंसिंग में एक तेंदुआ फंसा हुआ है। ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों व विजयराघवगढ़ पुलिस को सूचना दी। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। तेंदुआ के रेस्क्यू के लिए बांधवगढ़ रेस्क्यू टीम को जानकारी दी। टीम ने मौके पर पहुंचकर सुरक्षित तेंदुआ का रेस्क्यू किया और उसे पार्क के बफर जोन एरिया में छोड़ा गया है।
पार्क की टीम ने किया रेस्क्यू
जानकारी के अनुसार पौड़ी गांव के लोगों ने बीट गार्ड सुरजीत कुमार को सूचना दी कि जंगल में डैम के ऊपर तारों में तेंदुआ फंसा है। सूचना मिलते ही डीएफओ गौरव शर्मा, एसडीओ राहुल मिश्रा, रेंजर लक्ष्मीनारायण चौधरी स्टॉफ के साथ मौके पर पहुंचे। स्थल का मौका मुआयना किया। देखा तो तेंदुआ बीच धड़ से तारों में फंसा हुआ था। डीएफओ ने तत्काल इसकी सूचना बांधवगढ़ रेस्क्यू टीम को दी। 12 बजकर 15 मिनट में बांधवगढ़ नेशनल पार्क से छह सदस्यीट रेस्क्यू टीम पहुंची। टीम ने पहले तेंदुओं को गन मशीन से बेहोशी का इंजेक्शन लगाया और फिर 15 मिनट में जैसे ही वह बेहोश हुआ तो उसको सुरक्षित तारों से निकला। तारों से निकलने के दौरान वह पेट में चोटिल हो गया था, जिसमें दवा लगाई। सुरक्षित पिंजरे में बंद किया और फिर होश आने की दवा देकर उसे बरही वन परिक्षेत्र के मचमचा बीट जहां पर बांधवगढ़ पार्क का बफर जोन एरिया है वहां पर लेजाकर छोड़ा।
गन चलाने के बाद 15 मिनट में आई बेहोशी
रेस्क्यू टीम ने सुरक्षित उपायों के साथ ऑपरेशन शुरू किया। एक्सपर्ट द्वारा टं्रक्युलाइजर गन तेंदुए पर चलाते हुए बेहोशी का इंजेक्शन दिया। लगभग 12 से 15 मिनट में तेंदुआ बेहोश हुआ, और फिर उसे निकालने के लिए मशक्कत शुरू हुई। लगभग 15 मिनट में तारों को काटकर सुरक्षित तेंदुआ को बाहर निकाला। तारों में फंसने के कारण तेंदुआ कुछ जगह चोटिल हो गया था। चिकित्सक ने उपचार किया। इसके बाद उसे पिंजरे में बंद कर दिया गया। वाहन से लेजाकर मचमचा बीट बांधवगढ़ पार्क के बफर जोन में जैसे ही पिंजड़ा खोला गया तो तेंदुआ एकदम से जंगल में भाग गया। तेंदुए की उम्र लगभग 4 वर्ष बताई जा रही है।
रेक्यू को लेकर खास-खास
- सुबह खेत से लौट रहे किसानों ने तारों में फंसा देखा तेंदुआ, पहले होश हुआ फाख्ता, फिर दी वन विभाग को सूचना।
- सुबह 8 बजे से वन विभाग की टीम रही मुस्तैद, रेस्क्यू की सुविधा नहीं होने से नजर आई असहाय, बांधवगढ़ से बुलाई गई टीम।
- 9.30 बजे दी गई रेस्क्यू टीम को सूचना, 12.15 बजे पहुंची टीम, फिर शुरू हुआ रेस्क्यू, दो घंटे से अधिक वक्त लगा रेस्क्यू में।
- शिकार की तलाश व पानी के लिए आबादी क्षेत्र के समीप तेंदुआ के पहुंचने की आशंका, तार में फंसने टला बड़ा हादसा।
बांधवगढ़ से ढाई घंटे में पहुंची रेस्क्यू टीम
कटनी वन परिक्षेत्र अंतर्गत वन विभाग की फेंसिंग में फंसे तेंदुआ के सुरक्षित न किलने पर रेस्क्यू के लिए बांधवगढ़ से टीम बुलाई गई। 9.30 बजे रेस्क्यू टीम को सूचना दी गई। 12.15 पर बांधवगढ़ नेशनल पार्क से टीम पहुंची। टीम में शामिल छह सदस्य रेस्क्यू के लिए जुटे रहे। लगभग एक घंटे के रेस्क्यू के बाद तेंदुआ को सुरक्षित निकाला जा सका। इस दौरान पशु चिकित्सक डॉ. नितिन गुप्ता ने तेंदुए का इलाज किया।
1 किलोमीटर पहले ही लोगों को रोका
जैसे ही लोगों को खबर लगी कि तेंदुआ फेंसिंग में फंसा हुआ है, तो लोगों की भीड़ उसे देखने के लिए लग गई। सूचना मिलते ही पुलिस और वन विभाग की टीम सक्रिय हुई और लगभग 1 किलोमीटर पहले ही लोगों को रोक दिया गया है। सुरक्षा को लेकर के यह एहतियात बरते गए। डीएफओ ने बताया कि लोगों की संख्या अधिक होने के कारण भीड़ को नियंत्रित करने में भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
डीएफओ सहित अन्य अधिकारी रहे मुस्तैद
जैसे ही तेंदुआ के फंसे होने की जानकारी लगी तो सूचना मिलते ही पौने 11 बजे वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। वन संरक्षक गौरव शर्मा, एसडीओ राहुल मिश्रा सहित अन्य अधिकारी पहुंचे। इसके पहले वन परिक्षेत्र अधिकारी एलएन चौधरी, डिप्टी रेंजर, बीट गार्ड सहित बड़ी संख्या में विभागीय कर्मी मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाल चुके थे। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विजयराघवगढ़ थाना प्रभारी विजय सिंह बघेल के निर्देशन में पुलिस बल तैनात रहा।
वर्जन
कटनी वन परिक्षेत्र के आरएफ-84 की तार फेंसिंग में तेंदुआ फंस गया था। सूचना पर तत्काल रेस्क्यू टीम बुलाई गई। वन विभाग कटनी के साथ बांधवगढ़ नेशनल पार्क की संयुक्त टीम ने रेस्क्यू किया। सुरक्षित निकालकर उपचार के बाद बरही क्षेत्र की मचमचा बीट में छोड़ा गया है।
गौरव शर्मा, डीएफओ।
Published on:
07 Jan 2023 04:47 pm
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