लॉक डाउन मिले बाहर घूमते, किसी ने खोल रखी थी दुकान, पुलिस ने किया ये काम…
लॉक डाउन समाप्त होने पर भी बढ़ेगी परेशानी
इन दिनों प्रियदर्शनी बस स्टैंड सहित अलग-अलग स्थानों पर 90 बसें खड़ी हैं। वहीं कई बसों को चालकों, परिचालकों ने अपने घरों के बाहर खड़ा कर रखा है तो लॉक डाउन के पहले जो वाहन जहां थे, उनको वहीं सुरक्षित छोड़ दिया गया है। संचालकों का कहना है कि लॉक डाउन समाप्त होने तक अधिकांश बसों की बैटरी भी उतर जाएंगी और नए इंजिन के हिसाब से धक्का देकर भी चालू करा पाना मुश्किल होगा। ऐसे में पहले दिन ही अधिकांश बसों का संचालन शुरू होने में भी परेशानी का सामना संचालकों को करना होगा।
खास-खास
– लॉक डाउन तक बसों के फिटनेस, परमिट पर दी गई है छूट
– बीमा में छूट न होने से प्रत्येक वाहन में हर माह 12 हजार का होगा नुकसान
– बसोंं का परिचालन बंद होने से घरों में बैठे कर्मचारियों को वेतन देने की भी सामने आएगी समस्या
– संक्रमण के चलते चालक, परिचालकों के घर में होने से अधिकांश वाहनों की सुरक्षा भी है भगवान भरोसे
इनका कहना है…
शहर से वर्तमान में 287 के लगभग बसों का संचालन होता है। लॉक डाउन में वाहन खड़े रहने से सीजन में हर बस में संचालक को रोजाना आने वाली लगभग एक हजार रुपये की बचत का नुकसान हो रहा है। सीजन की कमाई से ही ऑपरेटर सालभर बसों का मेंटीनेंस करते हैं।
सत्यदर्शन मिश्रा, अध्यक्ष बस ऑपरेटर संघ