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प्रदेश के इन 12 स्टेशनों में किया यह काम तो लगेगा जुर्माना, इस पहल से दिलाई जा रही ऑक्सीजन-प्रदूषण की समस्या से निजात

प्रदूषण समाप्त करने प्लास्टिक-डिस्पोजल बंद, कुल्हड़ और पेपर कप-प्लेट का होगा उपयोग, ड्रेनेज और सीवरेज सिस्टम से बचाया जाएगा पानी, पौधों से बढ़ेगी ऑक्सीजन, गंदगी करने पर लगेगा जुर्माना

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कटनी

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Balmeek Pandey

Apr 21, 2019

Railways have increased the coach in five trains,

Railways have increased the coach in five trains,

बालमीक पांडेय @ कटनी. बढ़ता हुआ प्रदूषण, पानी की समस्या और गंदगी हर किसी के लिए समस्या का सबब बनी हुई है। ऑक्सीजन की कम होती तादाद भी हैरान करने वाली है। समय रहते अब भी लोग नहीं जागे तो आने वाला समय और भी भयावह होगा। इस दिशा में रेलवे विभाग ने खास पहल शुरू कर दी है। पश्चिम मध्य रेलवे ने विशेष एक्शन प्लान तैयार किया है। तीन माह के अंदर कटनी और मुड़वारा स्टेशन को एनजीटी के मानकों पर खरा उतरा होना। इस अभियान में डिवीजन के 12 रेलवे स्टेशन भी शामिल हैं। जिनमें यह पहल शुरू हुई है। इसमें कटनी जंक्शन, मुड़वारा, सतना, पिपरिया, गाडरवारा, नरसिंहपुर, मदनमहल, जबलपुर, मैहर, रीवा दमोह और सागर शामिल हैं। इसके तहत प्लास्टिक कचरा प्रबंधन 2016 के तहत 50 माइकोन से कम के प्लास्टिक के उपयोग को पूर्णत: प्रतिबंधित किया गया है। उल्लंघन करते पाए जाने पर जुर्माने की कार्रवाई होगी। खानपान के लिए वन टाइम प्लास्टिक डिस्पोजन की जगह कुल्हड़, पेपर कप-प्लेट का उपयोग कैटरिंग संचालक करेंगे। स्टेशन, प्लेटफॉर्म के दोनों छोरों के 500 मीटर के दायरे पर ट्रैक के किनारे विशेष सफाई रखने एवं गंदगी फैलाते पाये जाने पर जुर्माना लगाने की कार्रवाई होगी। जुर्माने की प्रतिदिन की रिपार्ट से भी अधिकारियों को अवगत कराना होगा। खास बात तो यह है कि स्टेशन में साफ-सफाई बोर्ड, पर्यावरण संबंधी बोर्ड, एनर्जी सेविंग बोर्ड, ऐंटी लिटरिंग बोर्ड लगाकर यात्रियों को जागरुक किया जाएगा। स्टेशन के प्रवेश द्वार पर स्वागत बोर्ड एवं डोरमेट लगाए जाएंगे। एनजीटी के सभी मानकों पर खरा उतरने के बाद आइएसओ 14001 प्रमाण पत्र दिया जाएगा।

करनी हैं ये व्यवस्थाएं
स्टेशनों में नगर निगम से संपर्क कर ठोस अपशिष्ट प्रबंधन पर काम, स्टेशन परिसर से निकलने वाले गंदे पानी का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचाने, प्लांट के पानी को पेड़-पौधों, धुलाई आदि में उपयोग होगा। सभी स्टेशनों के प्लेटफॉर्म के दोनों छोर के 500 मीटर तक फेंसिंग तार से बंद करने, ड्रेनेज सिस्टम को ठीक करने पहल होगी, जिससे पानी भराव की समस्या न हो। ट्रेनों में खिड़कियों के पास कचरा न फेंकने, कोच के अंदर लगे डस्टविन को समय पर खाली कराने पहल होगी।

खास-खास:
- वाट्सएप ग्रुप में प्रतिदिन के कार्य की प्रगति करनी होगी अपडेट।
- सूखे और गीले कचरे के डस्टविन में लगाना होगा खास स्टीकर।
- खुले तार, बोर्ड, ठीक करके, एनजीटी आदेश की बनेगी वेबसाइट।
- स्टेशनों को करानी पड़ेगी एनजीटी के तहत वॉटर एवं एनर्जी ऑडिट।

इन दो स्टेशनों में खास पहल
कटनी और जबलपुर जंक्शन में विशेष फोकस रहेगा। यहां पर साफ-सफाई जागरुकता के लिए एनजीओ के माध्यम से संवारा जाएगा। स्टेशनों में हेल्थ यूनिट पर 4 कलर वाले डस्टविन रखवाने सहित सभी 12 स्टेशनों को समाजसेवियों के माध्यम से पौधों से आच्छादित किया जाएगा। कटनी स्टेशन में पार्सल ऑफिस के पास विशेष पौधरोपण होगा। जबलपुर के डीलक्स शौचालय में हैंड ट्रामर, सेनेटरी पैड्स मशीन, एग्जॉस्ट फैन लगेंगे। स्टेशनों में पुराने वेस्ट मैटेरियल कम्प्यूटर, टूटी टाइल्स, पेपर, कुर्सी-टेबल आदि डिस्पोज करने, मुड़वारा में विशेष अभियान चलेगा।

इनका कहना है
स्टेशन परिसरों को साफ-सुथरा बनाने, प्रदूषण मुक्त करने सहित जल संरक्षण की दिशा में यह पहल शुरू की गई है। तीन माह के अंदर सभी स्टेशन प्रबंधकों को एनजीटी के मानकों पर खरा उतरने के लिए निर्देश दिए गए हैं। इससे न सिर्फ स्वच्छता आएगी बल्कि यात्रियों को भी सुकून महसूस होगा।
डॉ. मनोज सिंह, डीआरएम।