प्रहलाद पटेल ने कहा कि रानी अवंतीबाई के बारे में किसी इतिहासकार ने नहीं लिखा। हमे तो उनके समृद्धशाली, गौरवशाली गाथा के बारे में पता ही नहीं है। हम थोड़ी बहुत जो जानते हैं तो यह बात उसने लिखी जो उनसे दो बाद युद्ध हार चुकी थी। उनकी आत्मकथा से हम रानी अवंतीबाई के बारे में जान पा रहे हैं। रानी ने अपनी शहादत इसलिए दी कि सूखा पडऩे के बाद भी अंग्रेज लगान मांग रहे थे। रानी ने तय किया कि प्रजा से लगान नहीं वसूलने देंगी। अंग्रेज चाहे तो खजाने से लगान देंगी। यही 1857 में लड़ाई का कारण बना। मगर किसी इतिहासकार ने यह बात नहीं लिखी। यह बात उस व्यक्ति ने अपनी किताब में लिखी जिसने रानी से तीन बार युद्ध किया और शहादत का कारण बना।
केंद्रीय जलशक्ति व फूड प्रोसेसिंग राज्यमंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि रानी का बलिदान तभी सफल होगा जब हम नशा मुक्त रहेंगे। इस अवसर पर बहोरीबंद विधायक प्रणय पांडेय, जबेरा विधायक धर्मेंद्र लोधी, जिला पंचायत अध्यक्ष ममता पटेल, बहोरीबंद जनपद उपाध्यक्ष शंकर महतो, अमान सिंह लोधी, नारायण सिंह लोधी, गोविंद पटेल, पूर्व विधायक दिलीप दुबे, विक्रम सिंह, भारत यादव, केएल जैन, आलोक जैन, नरेंद्र पौराणिक, नरेंद्र सैनी, बद्री पटेल सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।