ग्रामीणों को हो रहा नुकसान
ग्रामीण सरपंच श्याम करण पटेल, मदन केवट, बलीराम पटेल, ब्रजेश पटेल, धर्मी पटेल, नत्थू गड़ारी, रघुनाथ पटेल, दिलीप पटेल, जुग्गा पटेल आदि ने बताया कि रेत के मनमाने खनन व परिवहन से भारी क्षति हो रही है। 9 टन क्षमता वाली सडक़ है और ठेकेदार द्वारा 40 से 50 टन के रेत लोड वाहन निकाले जा रहे हैं, इससे सडक़ धंस रही है। नदी के किनारे वाले कुआं काम करना बंद कर रहे हैं। वाहनों की अंधाधुंध रफ्तार से हादसे का डर बना रहता है। मना करने पर वे धमकाते हैं।
इनका कहना है – एक्सक्वेटर मशीन से खनन को लेकर नई रेत नीति में जो प्रावधान किए गए हैं, उसके अनुसार सिर्फ नर्मदा नदी में प्रतिबंधित किया गया है। परसवारा में मनमाने खनन की शिकायत ग्रामीणों से प्राप्त नहीं हुई है। अगर ऐसा हो रहा है तो टीम भेजकर जरूरी कार्रवाई की जाएगी। -संतोष सिंह, प्रभारी खनिज अधिकारी कटनी
अस्पताल परसवारा का निरीक्षण रविवार दोपहर तहसीलदार के साथ किया गया। ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार बीच नदी से रेत निकाल रहे हैं। इसको लेकर खनिज विभाग को सूचना दी गई है। निरीक्षण के दौरान ओवरलोड वाहन नहीं मिले। -अंकित मिश्रा, थाना प्रभारी, बरही