18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

एक घंटे चला रेस्क्यू, बाघ शावक को भेजा गया संजय टाइगर रिजर्व

कुछ दिन बाड़े में रखकर व्यवहार का किया जाएगा अध्ययन, कटनी में हाइवे किनारे स्थित नर्सरी में चार दिन से था मूवमेंट, इंसानों को नुकसान न पहुंचे इसलिए की गई शिफ्टिंग

less than 1 minute read
Google source verification
Sariska Tiger Reserve St-18 Move Outside Jungle

Sariska Tiger : सरिस्का का यह युवा बाघ अभ्यारण्य से बाहर गांव में जाकर वापस लौटा, लोग सहमे

कटनी . शहर से महज चार किलोमीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 43 के किनारे सरसवाही नर्सरी में चार दिन से विचरण कर रहे बाघ शावक को रेस्क्यू कर शनिवार को संजय टाइगर रिजर्व भेज दिया गया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के एक्सपर्ट और कटनी वन विभाग के अधिकारियों की निगरानी में शाम 5 बजे से प्रारंभ हुआ टाइगर शिफ्टिंग ऑपरेशन एक घंटे चला। चार हाथी और टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स के जवानों की मदद से बाघ को बेहोश कर वाहन के अंदर किया गया। एंटी डोज देने के बाद होश में आते ही उसे संजय टाइगर रिजर्व के लिए रवाना कर दिया गया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर विसेंट रहीम ने बताया कि बाघ शावक की उम्र करीब ढाई साल है। उसे कुछ दिन संजय टाइगर रिजर्व स्थित बाड़े में रखकर व्यवहार का अध्ययन किया जाएगा। ठीक लगने पर खुले जंगल में छोड़ दिया जाएगा। कटनी डीएफओ आरके राय ने बताया कि कटनी में आबादी के आसपास विचरण कर रहे बाघ के कारण इंसानों को नुकसान नहीं पहुंचे इसलिए शिफ्टिंग की गई।