रेलवे एंड से आने वाली बाधाओं को दूर करने, ग्रेड सेप्रेटर की ऊंचाई और कर्व सहित दोनों को इंटर कनेक्ट करने के लिए किया मौका-मुआयना
कटनी. बारिश होने पर गायत्री नगर व मंगलनगर पुलिया में पानी भर जाने के कारण शहर दो हिस्सों में बट जाता है। स्कूल बच्चे जान को जोखिम में डालकर सफर करते हैं। बारिश के सीजन में यह समस्या तो होती ही है साथ ही संकीर्ण मार्ग होने के कारण बड़े वाहनों की आवाजाही नहीं हो पाती और जाम जैसे हालात बनते हैं। गायत्री नगर के आगे कई कई कॉलोनी व गांव हैं यही हाल मंगल नगर पुलिया के आगे का है, जहां पर साउथ रेलवे स्टेशन, रक्षा संस्थान हैं। ऐसे में अब दोनों ही स्थानों पर फ्लाइओवर का होना नितांत आवश्यक है। इसके लिए अब सेतु निगम के अधिकारियों ने कदमताल शुरू कर दी है।
जबलपुर से कटनी पहुंचे कार्यपालन यंत्री सेतु निगम जीपी पटले, एसडीओ प्रमोद गौटियां, उपयंत्री आदि ने दो दिनों तक दोनों ही स्थानों का सर्वे किया। तय की गई ड्राइंग डिजाइन के अनुसार फ्लाइओवर निर्माण में क्या बाधाएं आएंगे, इनको और कैसे बेहतर किया जा सकता है, ऊंचाई और दूसरी क्या रखना उचित होगा, रेलवे की क्या-क्यां बाधाएं आएंगे और कैसे दूर होंगी, इनपर मंथन किया गया। बता दें कि कई वर्षों से यहां पर फ्लाइओवर का राग अलापा जा रहा है, लेकिन अबतक राह प्रशस्त नहीं हो रही। विभाग द्वारा सिर्फ सर्वे किया जा रहा है।
गायत्री नगर पुलिया में जो फ्लाइओवर बनेगा उसका एक एक एंड लगभग बाबाघाट के आसपास तक पहुंचेगा और दूसरा एंड मुड़वारा स्टेशन के समीप आएगा। इसी प्रकार मंगलनगर पुलिया में जो फ्लाइओवर तय किया जा रहा है वह शहर की ओर झर्राटिकुरिया तक व मंगलनगर तक बनेगा। इन दोनों ही फ्लाइओवर के बन जाने से शहर की चारों तरफ जाने के लिए मार्ग सुगम हो जाएगा। बता दें कि इसके लिए पूर्व में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने घोषणा की थी। 76 लाख रुपए की तकनीकी स्वीकृति भी मिली थी। अब इसके लिए बजट प्रावधान 40 करोड़ रुपए का हुआ है।
खास-खास
वर्जन
गायत्री नगर पुलिया व मंगलनगर पुलिया में फ्लाइओवर निर्माण के लिए पहल की जा रही है। सेतु निगम के अफसरों ने सर्वे किया है। अगले चरण में रेलवे के अधिकारियों से बैठक होगी। दोनों ब्रिजों को इंटर कनेक्ट कराया जाएगा। शहर में आवागमन सुगम करने के लिए पहल की जा रही है।
संदीप जायसवाल, विधायक।
शहर में दो फ्लाइओवर निर्माण के लिए कार्यपालन यंत्री की मौजूदगी में सर्वे किया गया है। हर बिंदुओं का परीक्षण किया जा रहा है। प्रारंभिक सर्वे के बाद अब रेलवे के अधिकारियों के साथ मुआयना किया जाएगा। बैठक के बाद लिए गए निर्णय के अनुसार ड्राइंग-डिजाइन फाइनल की जाएगी।
प्रमोद गौटिया, एसडीओ सेतु निगम।