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केशव मौर्या के गढ़ में ही मुश्किल में भाजपा, पांच सीटों पर बागियों ने किया नामांकन

भाजपा उम्मीदवारों की राह मे काटें उगा रहे जिले की पांच सीटों पर बागी उम्मीदवार, दी खुली चुनौती

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Keshav Maurya

केशव मौर्या

कौशांबी. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के गृह जनपद मे बगियों ने पार्टी उम्मीदवारों के राह मे रोड़ा अटकाना शुरू कर दिया है। जिले की जिन छह नगर पंचायतों मे चुनाव हो रहा है उनमें से लगभाग सभी जगहों पर बागियों ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। केशव मौर्य के घर सिराथू नगर पंचायत मे एक नहीं दो दो बागी उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल कर तगड़ी घेरेबंदी कर दिया है।

भाजपा उम्मीदवार से लेकर पार्टी के पदाधिकारी बगियों को मनाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन बात बनती नहीं दिख रही है । निकाय चुनाव मे काफी जद्दोजहद के बाद नगर पंचायत अध्यक्ष पद के उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की गई, इसके बाद भी बागियों ने सिर उठाना शुरू कर दिया। नामांकन से एक दिन पहले नामों की घोषणा करने के बाद भी भाजपा के टिकट वितरण से असंतुष्ट बागियों ने भी आखिरी दिन अपना नामांकन कर दिया।

भाजपा में टिकट वितरण को लेकर सबसे बड़ी फजीहत डिप्टी सीएम केशव मौर्या के नगर सिराथू मे हो रही है। यहां एक नहीं दो दो बागी उम्मीदवार मैदान मे ताल ठोकने के लिए उतर चुके हैं। भाजपा ने यहा पर काशी प्रांत के मंत्री प्रशांत केसरी को अपना अधिकृत उम्मीदवार बनाया है, जबकि पार्टी से टिकट मांग रहे राजेश गुप्ता व अशोक केसरवानी ने भी बागी होकर पर्चा दाखिल कर दिया है। जिला मुख्यालय मंझनपुर मे भी कमोवेश यही हाल है, यहां पर बच्चा चूना को भाजपा ने अपना उम्मीदवार घोषित किया है। यहां से टिकट मांग रहे अंशुल केसरवानी भी मैदान मे उतर गए हैं। अजुहा व सराय अकिल से भी बागियों ने मैदान में कूदकर अधिकृत उम्मीदवारों के माथे पर पसीना ला दिया है।

चायल नगर पंचायत से पार्टी उम्मीदवार मक्खन लाल के सामने बागी श्याम पाल ने पर्चा दाखिल कर चुनौती पेश कर दिया है। जिले में सिर्फ करारी नगर पंचायत ही एक ऐसी नगर पंचायत हैं जहां से भाजपा के सामने कोई बागी उम्मीदवार मैदान मे नहीं आया है। वैसे भी करारी को सपा का गांठ माना जाता है, जब से करारी नगर पंचायत का गठन हुआ है सपा के अलावा किसी ने अभी तक जीत का सेहरा नहीं पहना है। यहां लगातार पांच बार सपा का ही कब्जा होता आ रहा है।

केशव के घर में बागी उम्मीदवार ही पार्टी के अधिकृत उम्मीदवारों की गणित बिगाड़ न दें इसके लिए पार्टी पाधिकारियों के साथ खुद उम्मीदवार परेशान हैं। सभी मिलकर बागियों को मनाने की कवायद में जुटे हुये हैं। यह बात और है की कोई भी बागी झुकने को तैयार नहीं हैं| जिस तरह से भाजपा के बागियों ने पार्टी उम्मीदवारों के सामने चुनतियां पेश किया है उसे देख कर तो यही लगाने लगा है की गृह जनपद मे डिप्टी सीएम की साख को बट्टा लग सकता है।

BY- Shivnandan Shahu