खाद्य विभाग में दो अरब सोलह करोड़ का घोटाला, साल दर साल ऐसे हुआ बंदरबांट, बदले 5 संचालक
रविवार की दोपहर को हुई जमकर हुए ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। लोहारा ब्लॉक के महाराजपुर, सलिहा, कारेसरा, हथलेवा, उड़िया, अचानकपुर, रामपुर, दनिया सहित 25 से 30 गांवों में जमकर ओलावृष्टि हुई है। इससे उद्यानिकी फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। ओलावृष्टि से पपीता के फलों में छेद हो चुके हैं। पत्ते पूरी तरह से गिर चुके हैं।Basant Panchami 2024 : 14 फरवरी को बसंत पंचमी…विवाह के लिए बन रहा महायोग, इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा
मतलब अब वह फसल खराब होने लगेंगे। इससे किसानों को लाखों रुपए का आर्थिक नुकसान हो चुका है। इसके अलावा इसी क्षेत्र में बड़ी संख्या में टमाटर भी लगाए जाते हैं। ओलावृष्टि से पपीते के साथ ही अनुमानित करीब 25 से 30 एकड़ टमाटर की फसल को नुकसान पहुंचा है।
रविवार की सुबह से ही मौसम में एकाएक बदलाव दिखाई दिया। आसमान पर बादल छाए रहे, जो दोपहर को जमकर बरस गए। कवर्धा में करीब 15 मिनट तक बूंदाबांदी फिर गरज चमक के साथ जोरदार बारिश हुई। वनांचल क्षेत्र में जमकर ओलावृष्टि हुई। यह ओलावृष्टि बोड़ला और सहसपुर लोहारा क्षेत्र में हुए।
बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी युक्त हवाओं के थमने के बाद अब हवा की दिशा बदलने के साथ पूर्वी होते ही मौसम में बदलाव आया गया है। मौसम विज्ञानी एचपी चन्द्रा ने पूर्व में ही चेतावनी दे दी कि दक्षिण छत्तीसगढ़ में 11 फरवरी से हवा की दिशा में परिवर्तन होने की संभावना है जिसके कारण प्रदेश में न्यूनतम तापमान में वृद्धि होने की संभावना है। साथ ही अधिकतम तापमान में वृद्धि संभावित है। वहीं 11-13 फरवरी तक दक्षिण छत्तीसगढ़ और 12-14 फरवरी तक उत्तर छत्तीसगढ़ में वर्षा की सम्भावना है। मौसम विभाग ने 23 जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है।