
Chhattisgarh Patwari Movement: विगत वर्षों की मांगों और समस्याओं के निराकरण नहीं हो पाने, ऑनलाईन भुंइयां में हो रही गंभीर समस्याओं के निराकरण की मांग की जा रही है। इसके समस्याओं के निराकरण नहीं होने और प्रमुख मांग पूरी नहीं होने के कारण पटवारी आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं। इसका असर जिले में आयोजित राजस्व पखवाड़ा पर पड़ेगा।
बीते दिनों राजस्व पटवारी संघ छत्तीसगढ़ की प्रांतीय ऑनलाईन मीटिंग आहूत की गई, जिसमें भुईयां में आ रही समस्याओं के बारे में विस्तृत चर्चा किया गया। ढेरों समस्याएं और पटवारियों की वर्षों पुरानी मांग है, जिसका निराकरण नहीं किया जा रहा है। इसके लिए बीते दिनों शासन के समक्ष ज्ञापन के माध्यम से बात रखी गई। वहीं 7 जुलाई तक का समय भी दिया गया। निर्धारित तिथि तक समस्याओं का निराकरण नहीं किया जा सका, जिसके कारण 8 जुलाई से पटवारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं। जिले में कुल 220 हल्का नंबर है वहीं पटवारियों की संख्या 175 पटवारी हैं। आज से यह सभी पटवारी हड़ताल पर रहेंगे।
इसका सीधा असर राजस्व पखवाड़ा पर पड़ेगा। 6 जुलाई से 20 जुलाई तक जिलेभर के तहसील अंतर्गत राजस्व पखवाड़ा कार्यक्रम आयोजित है। चूंकि आज से पटवारी हड़ताल पर रहेंगे तो शासन-प्रशासन के कार्यक्रम प्रभावित रहेंगे। राजस्व पटवारी संघ छत्तीसगढ़ के जिलाध्यक्ष पालेश्वर सिंह ठाकुर ने बताया कि संघ की कुल 32 सूत्रीय मांगें हैं, जिसे लेकर वह कामबंद कर हड़ताल पर रहेंगे। इसे लेकर पूर्व में ही ज्ञापन सौंप दिया गया था, लेकिन समस्याओं का निराकरण नहीं किया गया।
संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि ऑनलाईन कार्य करने के लिए आज तक किसी भी प्रकार की सुविधा यथा कप्यूटर, लैपटाप, प्रिंटर, स्कैनर, इंटरनेट आदि उपलब्ध नहीं कराई गई है। पटवारी अपने संसाधन से ऑनलाईन का कार्य करते हैं जो कि पटवारियों पर अतिरिक्त व्यय भार है। अत: पटवारियों को आवश्यक संसाधन व नेट भत्ता उपलब्ध कराया जाए। उपरोक्त के संबंध में पूर्व में भी राजस्व सचिव और संचालक भू अभिलेख महोदय को ज्ञापन भी दिया गया था जिसका आज पर्यन्त तक निराकरण नहीं किया जा सका, जिससे प्रदेश के सभी पटवारी निराश व हताश हैं।
जिले स्तर पर सहायक प्रोग्रामरों की पदस्थापना की जाए। अभी छोटी-छोटी समस्या के लिये प्रोग्रामरों के निर्देशन की आवश्यकता पड़ती है। बार- बार रायपुर बुलाया जाता है जो कि व्यवहारिक नहीं है। वहीं त्रुटिपूर्ण खसरे जो बैंक में बंधक है जिनकी सूची बनाकर रायपुर भेजा गया है ऐसे खसरों को शुद्ध या विलोपित करने का आज तक आप्पन नहीं दिया गया न ही एनआईसी द्वारा उसको विलोपित किया जा रहा है।
ऑनलाईन नक्क्षा बटांकन, संशोधन पहले पटवारी आईडी में संशोधित कर राजस्व निरीक्षक की आईडी में भेजा जाता है जिसके कारण जब तक राजस्व निरीक्षक आईडी से अनुमोदन नहीं होता तब तक उस नक्क्षे से संबंधित अन्य बटांकन या संशोधन नहीं किया जा सकता। इसके कारण अनावश्यक विलंब होता है। पटवारी द्वारा अनुमोदन के लिए भेजा नक्क्षा बटांकन प्रस्ताव पटवारी आईडी में नहीं दिखता है जिससे त्रुटि की संभावना रहती है। सामान्यत: नक्क्षा का सर्वर अधिकांशत: नहीं खुलता है और खुलता भी है तो अत्यंत ही धीमा रहता है।
Published on:
08 Jul 2024 01:44 pm
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