जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक, प्रतिनिधियों ने पूछा खंडवा में मेडिकल कॉलेज है तो मरीज इंदौर रैफर क्यों कर रहे ? , दिशा की बैठक में सांसद, विधायकों ने अफसरों को घेरा
खंडवा. जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक गुरुवार दोपहर बाद सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल की अध्यक्षता हुई। बैठक दोपहर बाद तीन बजे से शुरू होकर शाम करीब आठ बजे तक चली। इस दौरान गत बैठक की कार्रवाई की चर्चा में ही अफसर और नेता उलझे रहे। सांसद और विधायकों ने स्वास्थ्य, पीब्डलयूडी, जल जीवन मिशन के तहत पीएचई समेत अन्य विभागों के अधिकारियों को योजनाओं के क्रियान्वयन और जनता की सेवाओं को लेकर घेरा। मुख्य एजेंडों पर सार्थक चर्चा नहीं होने पर सांसद ने बैठक को स्थगित कर 5 जुलाई को प्रस्तावित की है।
सबकुछ ठीक नहीं चल रहा
खंडवा विधायक देवेन्द्र वर्मा ने स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर कहा अस्पताल में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। शहर में दूधिए की दुर्घटना में मौत हो गई। जब यहां पर मेडिकल कालेज है तो मरीजों को इंदौर क्यों रेफर किया जा रहा है। अस्पताल में प्रसूता का बाहर डिलेवरी का भी मुद्दा उठा। सांसद प्रतिनिधि मुकेश तनवे ने कहा जावर में डॉक्टर मरीजों को इलाज करने के बजाए भगा रहे हैं। इस दौरान प्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़कों के अधिकारी से पूछा कि सड़कों के रिपेयर का कार्य कैसे चयनित करते हो। उन्होंने मछौंडी की सड़क की चर्चा की। कहा कि बभनगवां की सड़क की खराब है। प्रतिनिधियों से बगैर पूछे सड़क का चयन कर लिए।
सड़कों के निर्माण की गुणवत्ता का मुद्दा उठाया
विधायक पंधाना ने पीडब्ल्यूडी की सड़कों के निर्माण की गुणवत्ता का मुद्दा उठाया। इस दौरान मांधाता विधायक नारायण पटेल ने बलड़ी में जल जीवन मिशन का मुद्दा उठाते हुए कहा कि योजनाएं पूर्ण नहीं हो रही हैं। गड्ढे खोदकर छोड़ दिया है। सांसद ने पूछा सरपंचों पर दबाव बनाकर योजनाएं हैंडओवर क्यों कर रहे हो। सांसद ने कहा कि सांसद, विधायक, जपं सदस्य समेत अन्य सदस्यों के अनुशंसा के बाद ही पंचायतों को योजनाएं हैंडओवर की जाएंगी। इस दौरान एनआरएलम के तहत गणवेश की सिलाई का भी मुद्दा उठा।
जनता को सीधे लाभ दिया जाए
सांसद ने विभागीय अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि केंद्रीय और राज्य सरकार की योजनाओं का जनता को सीधे लाभ दिया जाए। किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में महापौर अमृता यादव, जिपं अध्यक्ष कंचन तनवे, अपर कलेक्टर विकास, शैलेंद्र सिंह सोलंकी, अपर कलेक्टर केआर बड़ोले सहित समिति सदस्य मौजूद थे। इस दौरान बैठक में अनुपस्थित अधिकारियों को लेकर प्रतिनिधियों ने नाराजगी जताई। बीज प्रमाणीकरण अधिकारी कुम्हरे बगैर सूचना दिए इंदौर चले गए। इस पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
सीखो-कमाओ योजना की दी जानकारी
बैठक में आइटीआइ प्राचार्य ने सीएम सीखो-कमाओ योजना की जानकारी दी । इसमें जो आइटीआइ पास है उनके लिए उद्योगों का चयन हो गया है। स्टाइपंड में 25% कम्पनी और 75% राज्य सरकार देगी। राज्य कौशल निर्माण विभाग द्वारा प्रमाण पत्र दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन पोर्टल से होगा, पोर्टल निर्माण प्रक्रियाधीन है।
इन्होंने बताई योजनाओं की प्रगति
स्वामित्व योजना को लेकर संयुक्त कलेक्टर अंशु जावला ने जानकारी दी। नगर निगम आयुक्त ने पीएम आवास, अमृत सरोवर योजना और अन्य योजनाओं की प्रगति से अवगत कराया गया। साथ ही परियोजना अधिकारी जिला पंचायत भी पीएम आवास एवं आजीविका मिशन की प्रगति से अवगत कराया गया।