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पंचायतों से गायब हुए कम्प्यूटर, नहीं ली किसी ने सुध

-ई-पंचायतों के लिए शासन ने दी थी लाखों की सामग्री-सरपंच, सचिवों के घर रखे कम्प्यूटर सेट, नहीं हो रही कार्रवाई

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खंडवा

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Manish Arora

Feb 11, 2020

पंचायतों से गायब हुए कम्प्यूटर, नहीं ली किसी ने सुध

-ई-पंचायतों के लिए शासन ने दी थी लाखों की सामग्री-सरपंच, सचिवों के घर रखे कम्प्यूटर सेट, नहीं हो रही कार्रवाई

खंडवा. आदिवासी बाहुल्य खांलवा ब्लॉक की अधिकांश ग्राम पंचायतों मे शिकायत के बाद भी हालात नहीं सुधरे हैं। कुछ ही दिनों में सरपंचों का कार्यकाल खत्म हो जाएगा और चुनाव के बाद नए सरपंच ग्रामीणों द्वारा चुने जाएंगे, लेकिन स्थिति आज भी जस की तस है। प्रशासन ने प्रत्येक ग्राम पंचायत को ईपंचायत बनाने के लिए दी गई सामग्री आज भी सरपंच, सचिव के घर ही रखी है। जिसे पंचायत में नहीं लाकर रखा गया है। जिम्मेदारों को सारी जानकारी होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होना बड़े घोटाले की ओर इशारा कर रहा है।
ई-पंचायतो के लिए लाखों रुपए की सामग्री पंचायत के सचिवों के सुपुर्द की गई। उसके बाद भी ब्लॉक की लगभग किसी भी पंचायत में ई-पंचायत परिकल्पनारूप कार्य नहीं हो रहा है। उपलब्ध कराए गए कंप्यूटर, एलईडी, इनवर्टर, स्केनर सहित अन्य सामग्री पंचायतों के सरपंच या सचिवों के घर में लगी हुई हैं। पंचायतों में फर्नीचर सामग्री लेने के लिए राशि भी दी गई थी, लेकिन पंचायतों में फर्नीचर नहीं लगे है। शासन द्वारा मप्र राज्य टेक ई-पंचायत सोसाइटी के माध्यम से ई-पंचायत कार्यक्रम का गठन किया गया है। पांच वर्ष पहले जिला सहित खालवा ब्लॉक की संपूर्ण पंचायतों में ई-पंचायत कक्ष, कंप्यूटर, प्रशिक्षण, कनेक्टिविटी, एमआईएस तकनीकि को विकसित करना था। इसका उद्देश्य स्पष्ट था कि सभी पंचायतों को कंप्यूटर एवं ऑनलाइन से जोड़कर गांव का पारदर्शी विकास किया जाए। जिसके लिए शासन द्वारा जिला पंचायत को करोड़ से ज्यादा की राशि उपकरण खरीदी के लिए उपलब्ध कराई गई। जिसमें से जिला पंचायत के द्वारा खालवा ब्लॉक की 86 पंचायतों को उपकरण की खरीदी की गई थी। उपकरण को पंचायतों में भेज भी दिया गया। उसके बाद जनपद प्रशासन को यह खबर लेने की फुर्सत नहीं मिली थी कि उपलब्ध कराए गए उपकरण का क्या उपयोग हो पा रहा है।
आधुनिक युग में आज सारा कामकाज कम्प्यूटराइज्ड हो रहा है। अत: ग्राम पंचायतों को भी समय के साथ बड़े बदलाव की जरूरत करना होगा। इसके लिए पंचायती राज व्यवस्था के तहत दस साल पहले ही सूचना प्रौद्योगिकी से जोडऩे से पंचायतों को जोडऩे विचार-विमर्श किया गया था, लेकिन यह काम अब तक मूर्तरूप नहीं ले सका। शासन की योजना के अनुसार ई-शासन से ग्राम पंचायतों की सारी जानकारियां एक बटन क्लिक करते ही पेंशन, संपत्ति कर, जन्म और मृत्यु प्रमाण समेत पंचायतों से संबंधित विविध जानकारियां विंडो स्क्रिन में आ जाएगी, लेकिन यह सुविधा खालवा ब्लॉक में शुरू होने से पहले ही दम तोड़ गई है। फिर भी जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं
सभी पंचायतों की जांच की जाएगी
हम ब्लॉक की सभी पंचायतों की जांच करेंगे। जिस पंचायत में भी सामग्री उपलब्ध नहीं मिलने पर संबंधित पंचायत के सरपंच सचिव के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
विष्णुसिंह पट्टा, पंचायत इंस्पेक्टर खालवा जनपद