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‘फर्जी ड्रॉप केस’ बनाकर बिना मरीज दौड़ रही जननी एक्सप्रेस

जिले में जननी एक्सप्रेस सेवा में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को आपातकालीन चिकित्सा सुविधा प्रदान करने वाली इस सेवा का उद्देश्य जरूरतमंदों को त्वरित सहायता देना है, लेकिन एंबुलेंस संचालन करने वाले वेडर और कंपनी इसे कमाई का जरिया बना चुके है। फर्जी केस बनाकर एंबुलेंसों को खंडवा से खरगोन और बुरहानपुर जैसे दूरदराज के जिलों तक दौड़ाया जा रहा है, जिससे न केवल शासन को आर्थिक नुकसान हो रहा है।

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  • एंबुलेंस संचालन में गड़बड़ियों पर नहीं लग रहा अंकुश

जीपीएस लोकेशन निकाले

पत्रिका की पड़ताल में सामने आया कि पुनासा की जननी एक्सप्रेस (5948) फर्जी केस लेकर खरगोन पहुंची थी। यह 8 दिन से खरगोन में ही खड़ी है। मूंदी की जननी एक्सप्रेस बुधवार को खंडवा से ड्रॉप केस लेकर बुरहानपुर के एक निजी अस्पताल पहुंची। इन दोनों की जीपीएस लोकेशन निकाली जाए तो फर्जीवाड़ा सामने आ सकता है। दरअसल, भुगतान प्रणाली के अनुसार, जितनी अधिक दूरी तय की जाती है, उतना ही अधिक भुगतान होता है। इसी का फायदा उठाकर कंपनी और वेंडर इस तरह का फर्जीवाड़ा कर रहे हैं।

फर्जी केस बनाकर किलोमीटर बढ़ाने का खेल

बुधवार को खंडवा जिले के गुलाईमाल की जननी एक्सप्रेस (सीजी 04-एनझेड-6040) खंडवा से खरगोन के साईखेड़ा का ड्रॉप केस लेकर खरगौन लिया है। जिला अस्पताल से मनीषा नाम की मरीज को 11:54 पर लिया था. लेकिन जननी एक्सप्रेस कोई मरीज नहीं था। पायलट से पूछा कि एंबुलेंस में मरीज तो है ही नहीं, उसने कहा एंबुलेंस खरगोन सुधार के लिए जा रही है।

यदि जननी एक्सप्रेस बिना मरीज के दौड़ाई जा रही है. इसकी जांच करवाई जाएगी। पायलट से जानकारी लेकर यदि कोई गड़बड़ी पाई जाती है, तो कार्रवाई की जाएगी। - राजीव द्विवेदी, जिला प्रबंधक एंबुलेंस संचालक कंपनी

पुनासा की जननी एक्सप्रेस काम के लिए खरगोन गई है। यदि फर्जी केस दर्शाकर ले गए हैं, तो कार्रवाई करेंगे। गुलाईमाल, मूंदी के वाहन की लोकेशन निकलवाकर कार्रवाई करेंगे। वीएस मंडलोई. एंबुलेंस प्रभारी, एमएचओ कार्यालय