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करवा चौथ 2017: ये है पूजा का शुभ मुहूर्त, इस समय करें चांद के दर्शन

पति की लंबी उम्र के लिए पत्तियां करवा चौथ का व्रत रखेंगे। पूजा, विधि, शुभ मुहूर्त, कब करें चांद के दर्शन। हम ये सब आपको बता रहें हैं।

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खंडवा. आज करवा चौथ का त्योहार मनाया जाएगा। करवा चौथ का व्रत महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए करती हैं। करवा चौथ में चांद का विशेष महत्व होता है। शादी शुदा महिलाएं इस दिन शाम को चांद के दर्शन करने के बाद जल देकर उनका पूजन करती हैं फिर अपना व्रत तोड़ती हैं।
पंडित अंकित मार्केंडेय के मुताबिक इस दिन चांद के निकलने का व्रत महिलाएं बेसब्री से इंतजार करती हैं। ज्योतिष के अनुसार इस बार करवा चौथ का चांद शाम को 8 बजकर 10 मिनट पर निकलेगा। वहीं कुछ दूसरे पंडितो के अनुसार चांद के दीदार 8 बजकर 40 मिनट पर होने की संभावना है।

ये है शुभ मुहूर्त
करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि में आता है। चतुर्थी तिथि का प्रारंभ ८ अक्टूबर को शाम 4.58 मिनट पर होगा। इस तिथि का समापन ९ अक्टूबर को मध्याह्न 2.16 मिनट पर होगा। इस बार चंद्रोदय 8 अक्टूबर को रात्रि 8.10 मिनट पर हो रहा है। करवा चौथ पर पूजा का मुहूर्त शाम 5.54 मिनट से शाम 7.10 मिनट तक शुभ रहेगा।

ये है चौथ व्रत की पूजन सामग्री
कुंकुम, शहद, अगरबत्ती, पुष्प, कच्चा दूध, शक्कर, शुद्ध घी, दही, मेंहदी, मिठाई, गंगाजल, चंदन, चावल, सिन्दूर, मेंहदी, महावर, कंघा, बिंदी, चुनरी, चूड़ी, बिछुआ, मिट्टी, चॉदी, सोने या पीतल आदि किसी भी धातु का टोंटीदार करवा व ढक्कन, दीपकए रुई, कपूर, गेहूं, शक्कर का बूरा, हल्दी, पानी का लोटा, गौरी बनाने के लिए पीली मिट्टी, लकड़ी का आसन, छलनी, आठ पूरियों की अठावरी, हलुआ, दक्षिणा के लिए रूपए।

पति से सम्मान चाहिए तो ये करें
यदि आपका जीवन साथी आपकी उपेक्षा करता हैं तो करवा चौथ के दिन 5 बेसन के लडडू, आटे और चीनी से बने 5 पेड़ेए 5 केले, 250 ग्राम चने की भीगी दाल, किसी गाय को अपने हाथो से खिलाएं और उसके माथे या पीठ पर हाथ फेरते हुए अपनी इस समस्या को दूर करने के लिए प्रार्थना करें।
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