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अब 80 किमी घूम के जाएगी ट्रेन, रेलवे के नए रूट पर महाराष्ट्र सरकार को ऐतराज

Akola–Ratlam line- मेलघाट रूट पर महाराष्ट्र की आपत्ति, अब टाइगर रिजर्व के बाहर से ट्रैक, रेलवे के चीफ इंजीनियर ने खंडवा और बुरहानपुर कलेक्टर की मुलाकात...।

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खंडवा

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Manish Geete

Jun 17, 2022

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Akola–Ratlam line

खंडवा। रतलाम-महू-खंडवा-अकोला के रेल ट्रैक के प्रस्तावित रूट पर महाराष्ट्र सरकार ने आपत्ति जता दी है। खंडवा से अकोला के बीच मेलघाट टाइगर रिजर्व से ट्रैक निकालने पर असहमति जताई है। नए पेंच के बाद रेलवे ने रिजर्व सेक्शन के बाहर से नए ट्रैक पर काम शुरू करने के निर्देश जारी किए हैं। अब इस सेक्शन की लंबाई 177 किमी से 206 किमी हो जाएगी। सर्वे और अधिग्रहण की प्रक्रिया नए सिरे से शुरू होगी। सिकंराबाद के चीफ इंजीनियर ने भूमि अधिग्रहण के लिए खंडवा और बुरहानपुर कलेक्टर से अधिग्रहण के संदर्भ में चर्चा की, दोनों कलेक्टर्स ने अधिग्रहण पर सहमति भी जताई है।

रेलवे अधिकारियों ने सर्वे के पूर्व ही ट्रैक के दो रूट का प्रस्ताव तैयार किया था, लेकिन अधिकारियों ने छोटे रूट को टाइगर रिजर्व के अंदर से अनुमति दी थी, अब महाराष्ट्र सरकार की आपत्ति के बाद दूसरे विकल्प पर काम करने के निर्देश हुए है। इस संदर्भ में 11 जून को नई दिल्ली में हुई बैठक में निर्णय लिया गया। नए रूट पर काम शुरू होने से प्रोजेक्ट की लागत बढऩे के साथ समय भी अधिक लगेगा।

जेडआरयूसीसी सदस्य मनोज सोनी ने बताया कि इस नए रूट को लेकर 2011 में साउथ सेंट्रल रेलवे ने मेलघाट के बाहर से ट्रैक ले जाने की रिपोर्ट तैयार की थी। अब रेलवे बोर्ड ने इसी रूट से नई ब्रॉडगेज लाइन निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सर्वे को रिव्यु करने और वन विभाग से भूमि अधिग्रहण के रेलवे बोर्ड से आदेश भी जारी हुए हैं। नया रूट अडग़ांव से डाइवर्ट होकर तुकईथड़ के पास 29 किमी घूमकर मिलेगा। इसमें 15 किमी मप्र और 5 किमी महाराष्ट्र से वन भूमि को अधिग्रहण की जरूरत होगी। शेष नौ किमी का हिस्सा पूर्व से ही रेलवे के पास है।

ये होगा बदलाव

मेलघाट सेक्शन में अडग़ांव, हिवरखेड़, वानरोड, धुलघाट, डबका, तुकाईथड होकर 51 किमी है, जबकि नए रूट पर अडग़ांव, हिवरखेड़, सोनाला, जामोद, खकनार, खिकरी होकर तुकाईथड आएगा। ये नया रूट 80 किमी का हो जायेगा।

महाराष्ट्र सरकार की आपत्ति के बाद टाइगर रिजर्व के बफर जोन को छोड़ दिया है। वन विभाग की भूमि को अधिग्रहित कर नए रूट से ट्रैक निकाला जाएगा। इस संदर्भ में खंडवा और बुरहानपुर कलेक्टर से भी चर्चा हो गई है, उन्होंने भी सहमति जताई है।

- हेमंत बगोरिया, चीफ इंजीनियर निर्माण, सिकंदराबाद