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खंडवा

ऑन द स्पॉट: पटना- बांद्रा ट्रेन में लगी आग, सामान छोड़ ट्रेन से कूदे यात्री

खंडवा से थ्रू निकली थी ट्रेन, ट्रेन रुकने पर बुझाई गई आग, एक घंटे बाद हुई बड़गांव से रवाना

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खंडवा. पटना से बांद्रा को जाने वाली वीकली ट्रेन 22972 की बोगियों से अचानक धुआं उठा तो यात्री घबरा गए। खंडवा रेलवे स्टेशन से थ्रू निकली इस ट्रेन में धुआं तेज हुआ तो खेत में काम कर रहे किसानों की नजर पड़ी। वह ट्रेन की ओर दौड़े और गार्ड को इशारा किया। इस बीच यात्रियों ने खतरा समझ चेन खींचने की कोशिश की, लेकिन चेन नहीं खिंची। किसी तरह गार्ड और लोको पॉयलट के बीच संपर्क होने पर ट्रेन को बड़गांव रेलवे स्टेशन से ठीक पहले गांव की बस्ती के पास रोक लिया गया। इस दौरान यात्रियों में भगदड़ मच गई। कोई सामान लेकर भाग तो कोई सामान छोड़कर ही ट्रेन से कूद गया।
बोगी से कूदा चाय वाला
ट्रेन की एस- 5 बोगी की सीट नंबर 4 में यात्रा कर रहे विपिन कुमार ने बताया कि खंडवा स्टेशन आने से ठीक पहले एक चाय वाला बोगी से कूदकर भाग था। उसके कूदने पर चाय भी फैल गई थी और कुछ यात्रियों के कपड़े भी खराब हुए थे। इसके बाद खंडवा स्टेशन निकलने पर पता चला कि बोगी से धुआं निकल रहा है तो सभी यात्री घबरा गए और भगदड़ मच गई।
चेन खींचने पर भी नहीं रुकी
ट्रेन की बोगी एस- 8 की बर्थ 71 में यात्रा कर रहे जितेन्द्र यादव ने बताया कि जब खंडवार स्टेशन क्रास करने पर आग का पता चला तो यात्रियों ने चेन खींची, लेकिन चेन खींचने से ट्रेन रुकी नहीं। ऐसे में सबकी घबराहट बढ़ गई थी। इसके कुछ समय बाद ट्रेन को रोक लिया गया। एस- 5, 7, 8 और गार्ड बोगी की ओर नीचे से आग निकल रही थी।
खंडवा में नहीं है स्टॉपेज
पटना से बांद्रा को जाने वाली वीकली ट्रेन 22972 का खंडवा स्टेशन पर स्टॉपेज नहीं है। ट्रेन गार्ड आरआर परदेशी ने रेलवे के भुसावल कंट्रोल रूम और खंडवा के अधिकारियों को सूचना भेजी। इसके बाद यात्रियों की मदद से अथ्गनशमन यंत्र का उपयोग कर पहियों से निकल रही आग पर काबू पाया गया। कुछ देर बाद मौके पर स्टेशन के प्रभारी अधीक्षक एसएस कोष्टा भी अपने स्टॉफ के साथ पहुंच गए थे। कोतवाली थाना टीआइ बलराम राठौर और जीआरपी का बल भी सुरक्षा के लिहाज से पहुंचा।
दो बोगियों को आइसोलेट किया
खंडवा स्टेशन से पहुंचे रेलवे के तकनीकी स्टॉफ ट्रेन के कोच एस- 7 और 8 को आइसोलेट किया। इसके पहले ही ट्रेन की सात बोगियों में अग्निशमन यंत्र से आग बुझाई जा चुकी थी। खंडवा से निकलने के करीब 5 किमी बाद रेलवे के पोल 562/27 पर ट्रेन को रोका गया था। सुधार के बाद शाम 6.24 बजे ट्रेन को रवाना किया गया। इसी ट्रेन में तकनीकी स्टाॅफ भी गार्ड के साथ आगे गया, ताकि अगले स्टेशन पर ट्रेन को ठीक तरह से जांचा जा सके।
चिपके रह गए ब्रेक शू
रेलवे के जानकार बताते हैं कि इंजन से प्रेशर ड्रॉप करने पर बोगी के डिस्ट्रीब्यूटर बाल्व रिलीज नहीं हो पाने से आग लगने की संभावना बढ़ जाती है। डिस्ट्रीब्यूटर बाल्व की खराबी से प्रेशर रिलीज नहीं होने पर ब्रेक शू चिपके रहते हैं और घर्षण होने से आग लग जाती है। ऐसा ही कुछ इस ट्रेन में हुआ है।
वर्जन…
हम एस- 7 कोच की बर्थ 63 पर थे। बोगी से अचानक तेज धुआं उठा तो सभी घरा गए और फिर चेन खींचकर गाड़ी रुकवाई।
– शिव बिंद, यात्री
…………
खंडवा स्टेशन निकलते ही तेज धुआं निकलने लगा। चेन पुलिंग नहीं हो रही थी। यात्री घबरा गए थे। एस 7, 6 और 5 में धुआं निकला।
– जितेन्द्र यादव, यात्री
…………
चाय वाला खंडवा स्टेशन के पहले एस- 5 बोगी से उतर कर भागा। इसके कुछ देर बाद यात्री शोर करने लगे कि आग लगी है।
– विपिन कुमार, यात्री