खंडवा. राजेश खन्ना की संगीतकार आरडी वर्मन और राजेश की फिल्मों पर फिल्माए सभी गीत हीट रहे। जो आज भी सुने जाते हैं। किशोर कुमार ने 91 फिल्मों में राजेश खन्ना को आवाज दी और आरडी वर्मन ने 40 फिल्मों में राजेश खन्ना की फिल्मों में संगीत दिया है।
जन्म
राजेश खन्ना का जन्म 29 दिसम्बर 1942 को हुआ था। राजेश खन्ना एक भारतीय बॉलीवुड अभिनेता, निर्देशक व निर्माता रहे। इन्होंने कई हिन्दी फिल्में बनाईं और राजनीति में प्रवेश किया। वे नई दिल्ली लोक सभा सीट से पांच वर्ष 1991 से 96 तक कांग्रेस पार्टी के सांसद रहे। बाद में उन्होंने राजनीति से सन्यास ले लिया। उनकी मृत्यु मृत्यु 18 जुलाई 2012 को हुई।
किशोर के सदाबहार गाने
राजेश खन्ना को हमेशा हिट म्यूजिक मिला। उन्होंने रोमांटिक फिल्में ज्यादा की हैए इसलिए उन्हें बेहतरीन गीत मिले। राजेश अपनी अदाओं से इन गीतों को यादगार बना देते थे और यही वजह रही कि उन पर फिल्माए गए अधिकांश गीत हिट रहे और आज भी चाव से सुने जाते हैं। किशोर कुमार की आवाज उन पर बहुत जमती थी। वे निर्माताओं कहते थे कि किशोर कुमार से ही उन पर फिल्माए जाने वाले गीत गवाएं। जब किशोर दा गुजर गए थेए तो राजेश खन्ना ने कहा था कि मेरी आवाज चली गई।
राजेश के लिए गाए किशोर कुमार के कुछ हिट गाने
- जिंदगी कैसी है पहेली हाय (आनंद)
- मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू (आराधना)
- मैंने तेरे लिए ही सात रंग के सपने चुने (आनंद)
- कहीं दूर जब दिन ढल जाए (आनंद)
- जिंदगी प्यार का गीत है (सौतन)
- अच्छा तो हम चलते हैं (आन मिलो सजना)
- अगर तुम न होते (अगर तुम न होते)
- चला जाता हूं (मेरे जीवन साथी)
- चिंगारी कोई भड़के (अमर प्रेम)
- दीवाना लेक आया है (मेरे जीवन साथी)
- दिल सच्चा और चेहरा झूठा (सच्चा झूठा)
- दीये जलते हैं (नमक हराम)
- गोरे रंग पे ना इतना (रोटी)
- हजार राहें मुड़ के देखी (थोड़ी सी बेव)
- हमें तुमसे प्यार कितना (कुदरत)
- जय जय शिव शंकर (आप की कसम)
- करवटें बदलते रहे सारी रात हम (आप की कसम)
- जीवन से भरी तेरी आंखें (सफर)
- कभी बेकसी ने मारा (अलग अलग)
- कोरा कागज था ये मन मेरा (आराधना)
- कुछ तो लोग कहेंगे (अमर प्रेम)
- मैं शायर बदनाम (नमक हराम)
- मेरे दिल में आज क्या है (दाग)
- मेरे दिल ने तड़प के (अनुरोध)
- हम दोनों दो प्रेमी (अजनबी)
फिल्मी कैरियर
राजेश खन्ना ने 180 फिल्मो ं और 163 फीचर फिल्मों में काम किया, 128 फिल्मों में मुख्य भूमिका निभाई 22 में दोहरी भूमिका के अतिरिक्त 17 छोटी फिल्मों में भी काम किया। तीन साल 1969-71 के अंदर 15 सुपर हिट फिल्मों में अभिनय करके बॉलीवुड का सुपरस्टार कहे जाने लगे। उन्हें फिल्मों में सर्वश्रेष्ठ अभिनय के लिए तीन बार फिल्म फेयर पुरस्कार मिला और 14 बार मनोनीत किया गया।
सर्वश्रेष्ष्ठ अभिनेता का मिला था पुरस्कार
बंगाल फिल्म जर्नलिस्ट एसोसिएशन ने भी हिन्दी फिल्मों के सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार भी अधिकतम चार बार उनके ही नाम रहा और 25 बार मनोनीत किया गया। 2005 में उन्हें फिल्मफेयर का लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया गया। राजेश खन्ना हिन्दी सिनेमा के पहले सुपर स्टार थे। 1966 में उन्होंने आखिरी खत फिल्म से अपने अभिनय की शुरुआत की। उन्होंने 1966-1991 में 74 स्वर्ण जयंती फिल्में की।