इस ऐतिहासिक क्षण में ओंकारेश्वर एकात्मधाम धार्मिक पर्यटन की नई राजधानी के रूप में मंगल तिलक किया जा चुका है। इस ऐतिहासिक क्षण के लाइव अपडेट के आप भी बनें गवाह...
चारों ओर भगवा झंडे, ढोल-नगाड़ों की गूंज के बीच साधु-संतों के समागम ने ओंकारेश्वर को आध्यात्मिकता के रंग में रंग दिया। इस बीच सीएम शिवराज सिंह चौहान ने देश भर के साधु-संतों की उपस्थिति में आदि शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची एकात्मता की प्रतिमा का अनावरण कर दिया। इस ऐतिहासिक क्षण में ओंकारेश्वर एकात्मधाम धार्मिक पर्यटन की नई राजधानी के रूप में मंगल तिलक किया जा चुका है। इस ऐतिहासिक क्षण के लाइव अपडेट के आप भी बनें गवाह...
21 कुंडिए हवन
- आचार्य शंकर की 108 फीट ऊंची मूर्ति के अनावरण से पहले मान्धाता पर्वत पर उत्तरकाशी के स्वामी ब्रहोन्द्रानन्द तथा 32 संन्यासियों द्वारा प्रस्थानत्रय भाष्य पारायण और दक्षिणाम्नाय शृंगेरी शारदापीठ के मार्गदर्शन में देश के लगभग 300 विख्यात वैदिक आर्चकों द्वारा वैदिक रीति पूजन तथा 21 कुंडीय हवन किया गया।
- एकात्मता की मूर्ति का अनावरण और अद्वैत लोक का भूमि एवं शिला पूजन दक्षिणाम्नाय शृंगेरी शारदापीठ के मार्गदर्शन में किया गया।
- आपको बता दें कि उज्जैन में महाकाल लोक के बाद अब ओंकारेश्वर में एकात्म धाम बनने जा रहा है।
- इसका मंगल तिलक करने देशभर से करीब पांच हजार साधु-संत यहां पहुंचे।
स्टैच्यू ऑफ वननेस
- ओंकारेश्वर में ओंकार पर्वत पर स्थापित आदिगुरु शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा का सीएम शिवराज ने किया।
- एकात्मकता का प्रतीक इस प्रतिमा को स्टैच्यू ऑफ वननेस का नाम दिया गया है।
- आदि शंकराचार्य जी की प्रतिमा में 12 साल के आचार्य शंकर की झलक नजर आ रही है।
केरल की परंपारिक पद्धति से साधु-संतों का स्वागत
- इस ऐतिहासिक क्षण में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सुबह 11 बजे केरल की पारंपारिक पद्धतियों अनुसार साधु-संतों का स्वागत किया।
- इसके बाद मुख्यमंत्री तथा पूज्य संतों द्वारा वैदिक यज्ञ अनुष्ठान में आहूति दी गई।
- इस अवसर पर देशभर की शैव परंपरा के नृत्यों की प्रस्तुतियों के साथ ही आचार्य प्रतिवर्तित पंचायतन पूजा परंपरा का भारतीय प्रदर्शनकारी शैलियों के कलाकारों द्वारा प्रस्तुतिकरण किया गया।
- इसके बाद मुख्यमंत्री तथा पूज्य संतों द्वारा एकात्मता की मूर्ति का अनावरण और अद्वैत लोक का भूमि एवं शिला पूजन किया किया गया।
- इस अवसर पर कुल 101 बटुकों ने वेदोच्चार और शंखनाद के बीच मुख्यमंत्री के साथ ही पूज्य संत एकात्मता की मूर्ति की चरणों में पुष्पांजलि अर्पित की।
यहां जानें Program Schedule
● दोपहर 12.30 बजे: सीएम सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का अवलोकन कर अन्नपूर्णा (भोजन-प्रसादी स्थल) पहुंचेंगे।
● दोपहर 12.45 बजे: भोजन प्रसादी का वितरण होगा।
● दोपहर 2 बजे: सीएम मूर्ति स्थल से ब्रह्मोत्सव पहुंचेंगे।
● दोपहर 2.35 बजे: सिद्धवरकूट पर शिवोहम, एकाग्र समवेत नृत्य।
● दोपहर 3.10 बजे: एकात्मता यात्रा फिल्म प्रदर्शन, 3.25 बजे सीएम का उद्बोधन, 4.10 बजे शंकर संगीत, 4.20 बजे संत विमर्श, 5.20 बजे शांति पाठ।